जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : कीचड़ में कमल खिलने का मुहावरा तो आपने खूब सुना होगा. आज हम जमशेदपुर के एक ऐसे शख्स की बात करते हैं जो कीचड़ में पड़े पाइप व कबाड़ के बोतलों में कई तरह की फूल-सब्जी उगा कर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बात हो रही है जमशेदपुर के अखिलेश चौधरी की. जमशेदपुर में ब्लेडमैन के नाम से प्रसिद्ध अखिलेश चौधरी अपने इस बगीचे की वजह से एक बार फिर चर्चा में हैं.
पाइप और वेस्ट बोतलों से 60 प्रकार के फूल
अखिलेश चौधरी ने कीचड़ में पड़े पाइप और वेस्ट बोतलों से 60 प्रकार के फूल एवं सब्जियों की खेती कर घर के बागान को एक अलग ही लुक दे दिया है. गोलमुरी टीनप्लेट निवासी अखिलेश चौधरी का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्स में भी दर्ज है. इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है. सड़क किनारे चर रही गाय ने गलती से फेंकी गई ब्लेड खा ली थी. इस कारण गाय की मौत हो गई थी. इस घटना ने उन्हें इतना द्रवित किया कि उन्होंने शहर के तमाम नाई-सैलून दुकान के आगे छोटे डस्टबिन लगवा दिया. इस डस्टबिन में अपना मोबाइल नंबर अंकित कर दिया. नाई-सलून की दुकान पर उपयोग के बाद ब्लेड रखा जाता है. जब डस्टबिन भर जाता है तो दुकान से अखिलेश चौधरी को कॉल किया जाता है. वे उसे एकत्र करते हैं. इस तरह से उनके पास टनों ब्लेड एकत्र हो गया था. इस नेक काम ने उन्हें शोहरत दिलवाई और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज हुआ.
बहरहाल, कोरोना काल में कचड़े से एकत्र पाइप में गुल खिला कर अखिलेश चौधरी ने एक बार फिर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. इससे बागान की खूबसूरती में ना सिर्फ चार चांद लग गए.
रिपोर्ट : रंजीत ओझा, जमशेदपुर
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