धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के पशु प्रेमी अपने पोसुए पशुओं के साथ किसी भी तरह का अत्याचार बर्दाश्त करने के मूड में कतई नहीं है. धनबाद के इतिहास में पहली बार बिल्ली को जान से मारने और दूसरी बिल्ली को चोटिल करने का मामला धनबाद थाने में दर्ज हुआ है. इसके पहले भी झरिया थाने में कुत्ता को मारकर घायल करने का मामला दर्ज हुआ था. एक युवती ने कुत्ते को मारने का आरोप वहीं के रहने वाले एक व्यक्ति पर लगाया था. पुलिस ने इस मामले की जांच की थी. 

CCTV में संदिग्ध

अभी धनबाद थाने में जयप्रकाश नगर की रहने वाली कमलेश कुमार की बेटी प्रियंका गुप्ता ने आवेदन देकर शिकायत की है कि 12 फरवरी को मेरी पालतू बिल्ली की कमर की हड्डी क्रूरता पूर्वक मारकर तोड़ दिया गया. इसका इलाज धनबाद से रांची तक करवाई और इसके ठीक तीन  दिन बाद 15 फरवरी को दूसरी बिल्ली को जान से मार दिया गया. प्रियंका गुप्ता का कहना है कि पूरा मामला सीसीटीवी में कैद है. उसने इस करतूत का शक वही के गार्ड पर जाहिर किया है. 

टाइगर जवानो ने की है शिकायत की जा

शिकायत मिलने के बाद धनबाद थाने के टाइगर जवान प्रियंका गुप्ता के फ्लैट में पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि गार्ड डंडा लेकर किसी को मारने जा रहा है. प्रियंका गुप्ता अपने पिता के साथ भूपेंद्र सिंह अपार्टमेंट के दूसरे तले पर रहती है. बता दें कि धनबाद में पशु अत्याचार के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और लोग अपने अधिकार के प्रति सचेत  दिख रहे हैं. बहरहाल, इस मामले की जांच धनबाद थाने की पुलिस कर रही है. देखना है कि प्रियंका ने जो शक गार्ड पर जाहिर किया है, वह सच है या किसी दूसरे व्यक्ति ने प्रियंका के पालतू बिल्ली की कमर तोड़ी है और दूसरी बिल्ली की हत्या की है.

पांच सालों से जानवरों की सेवा कर रही है प्रियंका 

प्रियंका गुप्ता ने The Newspost  को बताया कि वह 5 सालों से स्ट्रीट डॉग की सेवा कर रही है. वे अपने घर में आधा दर्जन बिल्लियां और दो कुत्ते पाल रखी है. सड़क के कुत्तों का वह इलाज कराती हैं. हालांकि, फ्लैट में कुत्ते, बिल्लियों को ले आने पर गार्ड काफी विरोध करता है. बावजूद वह इनकी सेवा करती है और करती रहेगी. प्रियंका गुप्ता का कहना है कि जिस तरह इंसान को जीने का अधिकार है, उसी तरह जानवरों को भी अधिकार मिला हुआ है. इनकी सेवा करना मानवता है और मैं इनकी सेवा करती रहूंगी. उन्होंने अपने प्राथमिकी के संबंध में कहा कि पुलिस पर भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि बिल्ली की जान किसने ली, इसका पता पुलिस लगा लेगी.

 रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह, ब्यूरो हेड (धनबाद)