टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मां ममता की मूर्ति होती है. भले ही वो इंसान की हो या जानवर की. ये भी कठोर सत्य है कि किसी भी मां के लिए संतान की मौत से बड़ा दर्द कुछ भी नहीं हो सकता. इसका जीता जागता उदाहरण पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में देखने को मिला है. एक मादा हाथी अपने मृत बच्चे को लेकर कई घंटों तक इधर-उधर घूमती रही. इस दर्द भरे पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
7 किलोमीटर तक मरे बच्चे को लेकर घूमती रही मां हाथी
जलपाईगुड़ी में चाय बागान में शुक्रवार को एक हाथी के बच्चे की मौत हो गई. अपने मृत बच्चे के शव को लेकर मां हाथी कई बगीचों में घूमती रही. वह लगभग 7 किलोमीटर तक अपनी सूंड से अपने मृत बच्चे को ढोती रही. ये भावुक कर देने वाला दृश्य चामूर्ची ग्राम पंचायत क्षेत्र के आमबाड़ी चाय बागान में जिसने भी देखा, उसकी आंखों में आंसू आ गए. शुक्रवार की सुबह इस इलाके में चाय बागान के श्रमिकों ने मृत हाथी के शावक को मां हथिनी द्वारा उठाकर ले जाते हुए देखा. जिसके बाद बिनागुड़ी वाइल्डलाइफ स्क्वायड के वन कर्मी मौके पर पहुंचे. लेकिन वन्यकर्मियों को बिल्कुल भी मौका नहीं मिला कि वे मृत हाथी के बच्चे को उसकी मां से अलग कर सकें. मां हाथी अपने शावक को सूंड में उठाकर चुनाभट्टी चाय बागान से करीब 6 किलोमीटर दूर रेडबैंक चाय बागान इलाके में चली गई. मां हाथी अपने शावक को किसी भी हाल में छोड़ने को राजी नहीं थी.
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