दुमका (DUMKA): ‘‘न उम्र की सीमा हो, न जन्मों का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन’’. जगजीत सिंह के गाए ये ग़ज़ल आज बासुकीनाथ में चरितार्थ हुआ है. गोड्डा के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवपाल सिंह और अधिवक्ता सह भाजपा नेत्री नूतन तिवारी 2 सितम्बर को परिणय सूत्र में बंध गए. 59 वर्षीय शिवपाल सिंह ने 50 वर्षीय नूतन तिवारी के साथ दुमका जिले के बासुकीनाथ मंदिर में विवाह कर लिया. इस अवसर पर जरमुण्डी निवासी चांद बाबा, बासुकीनाथ निवासी मनोज झा और कुन्दन कुमार इस विवाह के गवाह बने. शिवपाल सिंह ने शनिवार को बासुकीनाथ मंदिर में विवाह के लिए कागजात प्रस्तुत किया, जिसके बाद बाबा मंदिर में विधि विधान से दोनों के विवाह की रश्म को पूरा करवाया गया.
पारिवारिक सलाह से शादी के बंधन में बंधे दोनों
शादी के दो दिनों बाद जज साहब अपनी उम्र को लेकर खासे चर्चा में हैं. सोशल मीडिया में उनकी तुलना मटुकनाथ चौधरी से की जा रही है. जानकारी के मुताबिक जज शिवपाल सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन कोतवाली के शेखपुर खुर्द ग्राम के रहनेवाले हैं. उनकी पत्नी की मृत्यु दो दशक पहले ही हो चुकी है. उनकी एक बेटी और एक बेटा है. बच्चों से आपसी सलाह और उनकी सहमति के बाद ही बात शादी तक पहुंची. वहीं अधिवक्ता सह भाजपा नेत्री नूतन तिवारी के पति का कुछ वर्षों पूर्व निधन हो चुका है. पति की मौत के बाद नूतन तिवारी गोड्डा में ही वकालत करने लगी. बाद में वह भाजपा से जुड़ गयी और पार्टी की तेज तर्रार नेत्री मानी जाती हैं. नूतन का एक बेटी भी है.
चारा घोटाला में लालू प्रसाद को सुनाई थी सजा
शिवपाल सिंह पिछले तीन वर्ष से गोड्डा में डीजे-1 के रूप में पदस्थापित हैं. उनकी गिनती कड़क मिजाज और असूल के पक्के जजों में होती है. वह कई अहम फैसले सुना चुके हैं. बिहार के पूर्व मुख्घ्यमंत्री लालू प्रसाद के खिलाफ चले चारा घोटाला मामले में जज शिवपाल सिंह ने ही फैसला सुनाया था. फिलहाल लालू इसी की सजा काट रहे हैं. लालू ने अपनी उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देकर रिहाई की गुहार लगायी थी पर उसे खारीज कर दिया गया था. लालू प्रसाद फिलहाल जमानत पर हैं.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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