टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारत में लूट, डकैती, चोरी, हत्या और बलात्कार जैसी परंपरागत अपराधों के साथ ही साइबर क्राइम एक बड़ी चुनौती बन कर सामने आयी है. जैसे जैसे इंटरनेट का दायरा बढ़ रहा है, इस तक लोगों की पहुंच में विस्तार हो रहा है, साइबर क्राइम की चुनौती और भी मुश्किल होती जा रही है.
इंटरनेट के अधिक इस्तेमाल से बढ़ा अपराध
शहर हो या गांव, खाने के पैसे हो या नहीं, भले ही दवाई की किल्लत हो, लेकिन आज आपको हर किसी के हाथ में एक समार्ट फोन जरुर देखने को मिलेगा. यह सही है कि ज्यादा तर लोग इसका इस्तेमाल अपनी सुविधाओं के विस्तार में करते हैं, लेकिन यह भी सही है कि बड़ी संख्या में इसका इस्तेमाल अपराध के लिए भी किया जाता है.
आपको बताएं कि 2020 तक साइबर अपराध के मामले 14 लाख के आसपास थें. लेकिन यह आंकड़ा वर्ष 2023 के आते आते 6 गुना ज्यादा बढ़ गया. इस आंकड़े से साफ है कि जैसे-जैसे इसका विस्तार हो रहा है, वैसे वैसे अपराध का दायरा भी बढ़ रहा है.
साईबर क्राईम क्या है
आपको बतायें कि साइबर अपराध कई प्रकार के होते हैं. इसमें स्पैम ईमेल, किसी के पीसी, लैपटॉप या फोन में वायरस को डालकर, पर्सनल जानकारी प्राप्त करना, हर वक्त किसी पर नजर रखना, किसी की जानकारी को मिटाना, किसी की जानकारी में कुछ और जोड़ना देना. आजकल साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा मामले बैंक ठगी से जुड़ी होती है. जिसमें साइबर क्राइम लोगों से कॉल के जरिए धोखे से एटीएम कार्ड और अकाउंट नंबर ले लेते हैं और लोगों के अकाउंट से पूरी जमा पूंजी उड़ा देते हैं. ऑनलाइन ठगी में साइबर क्राइम लोगों के पर्सनल डाटा को चुराते हैं. और उसका गलत इस्तेमाल करके पैसों की चोरी करते है. जिसे हम साइबर क्राइम कहते हैं. जो इसको अंजाम देते हैं, वो साईबर अपराधी कहलाते है.
साइबर क्राइम में भारत नंबर वन पर है. भारत के बाद ब्राजील और इंडोनेशिया है. जहां सबसे ज्यादा साईबर अपराध होता है. विभिन प्रकार के साइबर अपराध में हैकिंग, ऑनलाइन ठगी, पोर्नग्राफी, फिशिंग, ऑनलाइन ब्लैकमेल स्पैम ईमेल, रैनसमवेयर, एवं अन्य अपराध शामिल है.
यदि साइबर क्राइम के हो चुके हैं शिकार तो ये करें.
यदि आप साइबर क्राइम के शिकार हो चुके हैं.घबराने की कोई बात नहीं है. सबसे पहले साइबर क्राइम की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर आपको कॉल करना चाहिए. जैसे आप इस नंबर पर कॉल करेंगे. आपसे आपका नाम, मोबाइल नंबर, आपके साथ हुई घटना का समय, की जानकारी आपसे साइबर थाने की ओर से ली जाएगी. जानकारी देने के बाद आपके साथ हुई घटना की जांच की जाएगी. और साइबर क्राइम को पकड़ा जायेगा. इसमे तीन महीने से लेकर एक साल तक का समय लग सकता है.
साईबर क्राईम साबित होने पर कितने साल की मिलती है सजा
लोगों के सामने इससे बचने का कोई उपाय नहीं है. इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए. साइबर क्राइम को लेकर देश में आईपीसी की 66 डी बनाया गया है.इसमे साईबर अपराध में दोषी पाये जाने पर तीन साल तक की सजा के साथ 5 लाख तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसके साथ कई मामलों में उम्र कैद की सजा भी दी जाती है.
साइबर क्राइम से बचने के उपाय
साइबर क्राइम से बचने के लिए आपको सावधान रहना चाहिए. आपके हाथ में जो स्मार्टफोन है. उसको आप अपने फायदे के लिए बना है. ना कि अपनी बर्बादी के लिए बन है. इसलिए कोई भी अनजान नंबर कॉल या मैसेज आए तो रिप्लाई नहीं करना चाहिए. ना ही किसी लिंक पर क्लिक करना चाहिए .क्योंकि आपके एक क्लिक से आपके अकाउंट का सारा पैसा लिंक भेजने वाले का अकाउंट में ट्रांसफर हो सकता है. आज साइबरक्राइम इतने एडवांस हो गए हैं. कि महज मैसेज को देखते ही आपका पैसा गायब हो जायेगा. किसी भी अनजान ईमेल को नहीं खोलें. किसी अनजान नंबर से आये मैसेज को ना देखें.
अनजान व्यक्ति को कॉल पर बैंक डिटेल नहीं दें
किसी भी अनजान व्यक्ति को कॉल पर अपने बैंक अकाउंट की जानकारी नहीं शेयर करें. इसके साथ ही एटीएम कार्ड का नंबर किसी से साझा नहीं करें. किसी भी प्रलोभन से दूर रहें. यदि आपको कोई प्रलोभन देकर कहता है कि आपकी लॉटरी लग गई है. आपको अपना अकाउंट नंबर देना होगा. आपके एटीएम कार्ड का नंबर देना होगा. तो आपको यह सब डिटेल बिल्कुल नहीं देना चाहिए. कोई भी बैंक या कोई भी सरकारी कार्यालय से आपको फोन पर किसी भी तरह की जानकारी नहीं मांगी जाती है.
संयम और दिमाग करें इस्तेमाल
यदि आरबीआई या किसी बैंक का नाम लेकर एटीएम कार्ड बंद करने के नाम पर कोई जानकारी मांगी जाती है. कोई भी जानकारी नहीं देना चाहिए.क्योंकि आरबीआई या कोई बैंक अचानक एटीएम कार्ड बंद नहीं करता है. ऐसे समय में क्योंकि आपको अपने दिमाग और सूझबूझ का इस्तेमाल करके इन लोगों से बचना चाहिए.
जिला जामताड़ा साईबर क्राईम में है नंबर वन
झारखंड राज्य में देवघर और जामताड़ा ऐसे जिले हैं जहां सबसे ज्यादा साइबर क्राइम की घटनाएं होती है. यहां कम उम्र के लड़के साइबर क्राइम की घटना को अंजाम देते हैं. और लोगों के अकाउंट से करोड़ों रुपए तक उड़ा लेते हैं. इस मामले में कई लोग पकड़े जाते हैं. तो कई लोग हाथी नहीं आते हैं.
जामताड़ा के साईबर अपराधियों पर web-series भी बनी है
आपको बताएं कि झारखंड के जामताड़ा जिले पर एक web-series भी बनी है. जिसका नाम जामताड़ा रखा गया था. इसमें जामताड़ा के उन लड़कों की कहानी दिखाई गई थी. जो लोग फ्रॉड कॉल करके लोगों से बैंक की डिटेल लेते हैं. एटीएम कार्ड का नंबर लेते हैं. और बाद में उनके अकाउंट से धोखाधड़ी करके करोड़ों रुपए उड़ा लेते हैं.
रिपोर्ट-प्रियंका कुमारी
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