पटना (PATNA) : करीब 12 साल से लापता छवि मुसहर को परिजनों ने भी जिंदगी के पन्नों से अलग मान लिया था. यहां तक की माता-पिता ने कलेजा पर पत्थर रखकर उसका अंतिम संस्कार तक कर दिया. वहीं जीवन साथी ने उसका साथ यहीं तक का मान किसी और का हाथ थाम जिंदगी के सफर में आगे बढ़ चुकी है. अब छवि की सलामती की खबर जहां परिजनों में खुशी की लहर लाई है, वहीं इतने सालों बाद उसकी वापसी से जिंदगी में आए बदलावों पर भी खूब चर्चा हो रही.
क्या है मामला
12 वर्ष पूर्व चौसा प्रखंड के खिलाफतपुत का रहने वाला छवि मुसहर अपनी मां, पत्नी वह स्वजनों को छोड़कर पंजाब चला गया था. यहीं एक दिन पंजाब से भटकते -भटकते वह पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गया था. तब पाकिस्तानी सेना के द्वारा उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया. उधर जब परिजनों को छवि के बारे में कोई विशेष जानकारी काफी दिनों तक नहीं हुई, तो उन्होंने उसे मरा हुआ समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. साथ ही पत्नी ने भी दूसरी शादी कर ली.
फिर सामने आई जीवित होने की बात
पिछले दिनों पाकिस्तान सरकार के द्वारा यह जानकारी दी गई कि छवि मुसहर नामक युवक पाकिस्तान की जेल में बंद है. सूचना मिलने के बाद विदेश मंत्रालय के द्वारा उसकी पहचान के लिए स्थानीय प्रशासन तथा मुसल थाने की पुलिस के द्वारा खिलाफतपुर स्थित उसके घर पर पहुंचकर उसके बारे में जानकारी ली गई. इसके बाद बक्सर जिला प्रशासन से इस बारे में जानकारी लेते हुए भारत सरकार के द्वारा उसे प्रत्यर्पित करने की बात पाकिस्तान सरकार को कही गई थी. बीते 5 अप्रैल को पाकिस्तान सरकार के द्वारा उसे अटारी बॉर्डर के रास्ते बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के सुपुर्द किया गया. अब बीएसएफ उसे गुरदासपुर जिला प्रशासन के हवाले करेगी. बक्सर पुलिस कप्तान नीरज सिंह ने कहा कि पंजाब के गुरदास पुर में छवि कल तक पहुँच जाएगा. उसको लाने के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. दो सदस्यों की टीम गुरुदासपुर रवाना कर दी गई है. उम्मीद है कि एक-दो दिन के अंदर छवि मुसहर ख़िलाफ़तपुर में अपने परिजनों के साथ होगा.
छलाछला गई मां की आंखें
छवि के जिंदा होने की खबर सुन उसकी मां की आंखें छलछला गई. उन्होंने कहा कि वह ये मान चुके थे कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है. लेकिन, अब यह उम्मीद है कि वह जल्दी उनसे मिल जाएगा. छवि के स्वजनों की उम्मीद जल्द ही पूरी होने वाली है.
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