टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : पहलगाम हमले का बदला भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एअर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पीओके में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई करने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलाबारी की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 10 निर्दोष भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है. जिसमें एक 12 साल की लड़की और एक 10 साल का लड़का शामिल है. इसके अलावा करीब 48 लोग घायल हुए हैं. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की है.

मृतकों में मोहम्मद आदिल, सलीम हुसैन, रूबी कौर, मोहम्मद अकरम, अमरीक सिंह, रंजीत सिंह, मोहम्मद रफी, मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद जैन (10 साल) और जोया खान (12 साल) शामिल हैं.

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की समीक्षा

ऑपरेशनसिंदूर के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज सुबह जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में स्थिति की समीक्षा की. जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि वे संवेदनशील क्षेत्रों से ग्रामीणों को हटाएं और सुनिश्चित करें कि आवश्यक सेवाएं उपलब्ध रहें. एलजी मनोज सिन्हा ने इस बारे में एक एक्स पोस्ट शेयर किया और कहा कि मैंने डीसी को निर्देश दिया है कि वे ग्रामीणों को संवेदनशील क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं और उनके लिए भोजन, आवास, चिकित्सा और परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करें. हम हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. जय हिंद! सिन्हा ने कहा कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.

'ऑपरेशन सिंदूर' को सेना के तीनों अंगों ने मिलकर दिया अंजाम

'ऑपरेशन सिंदूर' को सेना के तीनों अंगों थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया, जो 1971 के युद्ध के बाद पहली बार हुआ है. सेना ने इस हमले में क्रूज मिसाइल, हैमर बम और लोइटरिंग मुनिशन जैसे अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया. सेना की कार्रवाई में जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, सवाई, कोटली, सरजाल, बरनाला और महमूना जैसे इलाके शामिल हैं. ये सभी इलाके लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों के बड़े ठिकाने माने जाते हैं.