गढ़वा (GARHWA) : गढ़वा जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, क्योंकि यहां अपराधी न सिर्फ व्यवसायी बल्कि सीओ और थाना प्रभारी को भी मोबाइल पर खुलेआम धमकी दे रहे हैं. हालांकि, पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जबकि एक फरार हो गया है. धमकी देने वालों में से एक सदस्य पहले भी नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है.
मामला गढ़वा जिले के रमकंडा थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इलाके की शांति और प्रशासनिक व्यवस्था को चुनौती दे रहे शातिर अपराधियों के एक गिरोह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन कुख्यात अपराधियों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है, जबकि एक अपराधी फरार हो गया. गिरफ्तार आरोपियों में राकेश विश्वकर्मा भी शामिल है, जिसने हाल ही में रमकंडा के अंचल अधिकारी (सीओ) अनिल रविदास और थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुंटिया को जान से मारने की धमकी दी थी.
एसडीपीओ ने मंगलवार को बताया कि 12 जुलाई को रमकंडा के अंचलाधिकारी अनिल रविवास ने उन्हें मौखिक रूप से सूचना दी थी कि मोबाइल नंबर 8839548330 से उन्हें लगातार फोन आ रहा है और गाली-गलौज व हत्या की धमकी दी जा रही है. बाद में उसी नंबर से थाना प्रभारी को भी यही धमकी दी गई. जांच में पता चला कि उन्हें धमकी देने वाला व्यक्ति राकेश विश्वकर्मा है, जो थाना भंडरिया के फकीराडीह गांव का रहने वाला है. वह पूर्व में नक्सली कांडों व अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल जा चुका है. लगातार समाज व प्रशासन पर नक्सली प्रभाव का भय दिखाकर दहशत फैलाने की कोशिश करता रहा है. पुलिस को सूचना मिली कि राकेश विश्वकर्मा अपने तीन साथियों के साथ रक्सी मोड़ के पास सुनसान इलाके में किसी बड़ी आपराधिक घटना की योजना बना रहा है.
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुंटिया के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर छापेमारी की. पुलिस को देखते ही चारों युवक भागने लगे, लेकिन त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक फरार हो गया.
रिपोर्ट-धर्मेंद्र कुमार
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