दुमका (DUMKA): एक डायलॉग बहुत ही कॉमन है। आम लोगों के मुंह से आपने भी सुनी होगी *ज्यादा बोलोगे तो जुबान काट लेंगे*. लेकिन यह कहावत चरितार्थ हुई दुमका जिला में. शिकारीपाड़ा थाना के लता कांदर गांव में एक व्यक्ति की जीभ काट ली गई और यह आरोप लगा है कलावती मुर्मू नामक महिला पर. पुलिस कलावती सहित एक अन्य महिला को हिरासत में लेकर मामले की जांच में जुट गई है. 

पीड़ित की पत्नी ने थाना में दिया आवेदन, कलावती, उसके पति और 6 अन्य अज्ञात के खिलाफ की शिकायत

पीड़ित लालटू शेख की पत्नी जेलेनूर बीबी ने शिकारीपाड़ा थाना में लिखित आवेदन देकर दोषी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. आवेदन के अनुरूप कल शाम लालटू शेख गणपुरा चौक घूमने गया था. काफी समय बीतने के बाबजूद जब वह वापस नहीं लौटा तो परिजन खोज बीन शुरू की लेकिन पता नहीं चला. रात 10 बजे के करीब खून से लथपथ लालटू शेख वापस घर लौटा तो परिजन परेशान हो गए. इशारों से उसने परिजन को बताया कि कलावती मुर्मू, उसका पति और अन्य 6 अज्ञात लोगों ने उसकी जीभ काट ली.

कलावती के घर के बाहर खून का निशान देख ग्रामीणों ने कलावती को बांधा पेड़ में

सुबह यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई. ग्राम प्रधान सनत टूटू का कहना है कि सुबह में लोगों ने कलावती के घर के बाहर खून का निशान देखा, जिससे अंदाजा लगाया कि कलावती ने घटना को अंजाम दिया है. उसके बाद ग्रामीणों ने कलावती को पकड़ कर पेड़ में बांध दिया. घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंच कर महिला को ग्रामीणों के चंगुल से आजाद कर थाना लाई. उधर परिजन पीड़ित को इलाज के लिए लेकर पश्चिम बंगाल चले गए.

कलावती ने खुद को बताया निर्दोष, दूसरी महिला पर लगाया आरोप, दोनों महिला हिरासत में

कलावती ने घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. कलावती का कहना है कि पड़ोस में रहने वाली नीलू मुर्मू ऐसा कर सकती है. पुलिस दोनों महिला से पूछ ताछ कर रही है. फिलहाल दोनों महिला अपने आप को निर्दोष बता रही है. पुलिस तमाम बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है.

कलावती घर में बेचती है हड़िया दारू, शराबी प्रवृति का है लालटू

सूत्रों की माने तो कलावती अपने घर में हड़िया दारू बेचती है. बताया जा रहा है कि कलावती हिंसक प्रवृति की महिला है. लालटू शेख भी शराबी प्रवृति का है. आशंका जताई जा रही है कि शराब पीने के बाद किसी बात को लेकर लालटू और कलावती के बीच बहस हुई होगी जो हिंसक रूप ले लिया. पुलिसिया अनुसंधान में ही पता चलेगा कि घटना को किसने अंजाम दिया और इसकी वजह क्या है.