टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : ये झारखंड है भईया...यहां कुछ भी हो सकता है.अगर आप झारखंड में किसी मंत्री के बेटे है तो आपका भी जलवा मंत्री के तरह ही रहेगा. हम ऐसा इसलिए कह रहे है कि आप मंत्री के पुत्र होने के नाते ‘साहब’ की तरह विभागों का औचक निरीक्षण कर सकते है. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि झारखंड में वो दिन अब दूर नहीं जब पुलिस का बेटा एनकाउंटर और वकील का बेटा कोर्ट में बहस करते नजर आये.

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल शनिवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी अपने दोस्तों के साथ झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स का औचक करने पहुंच गए. वहीं मरीजों से हालचाल पूछते नजर आए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. जैसे ही वीडियो वायरल हुआ झारखंड में हायतौबा मच गया. मंत्री जी के बेटे के ‘निरीक्षण’ करने पर सियासी बवाल मचा हुआ है. इसके साथ ही कई तरह के अस सवाल भी उठने लगे है. दबी जुबान से लोग पूछ रहें हैं कि-आखिर मंत्री जी के बेटे को अस्पताल के निरीक्षण का अधिकार है? वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कृष का दोस्त वहां मौजूद मरीज और उसके परिजनों से कहता नजर आ रहा है कि कृष मंत्री जी का बेटा है, अगर कोई दिक्कत हो तो बताइए.

वार्ड में मौजूद मरीजों से उनके सहयोगियों द्वारा परिचय कराने के बाद, मंत्री के बेटे ने बोलना शुरू किया. वह मरीजों से कह रहे हैं कि अगर किसी को कोई परेशानी हो तो विस्तार से बताएं. हम सीधे बात करेंगे. सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए इस वीडियो में, वह किसी का बिल देखकर, उस पर लगे शुल्कों के बारे में कह रहे हैं कि ये चार्जेज तो इनवैलिड है.

भाजपा ने उठाए सवाल

इस घटना को लेकर भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि मंत्री का बेटा अधिकृत व्यक्ति नहीं है, फिर भी वह अस्पताल जैसे संवेदनशील संस्थान में खुलेआम कैसे घूमता रहा? क्या यह व्यवस्था का मजाक नहीं है? भाजपा नेताओं ने रिम्स प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग से इस पूरे मामले पर स्पष्ट जवाब देने की भी मांग की है कि किस अनुमति के तहत कृष अंसारी अस्पताल परिसर में सक्रिय था.