देवघर (DEOGHAR) : वैसे तो सावन का हर दिन शिव पूजा के लिए शुभ माना जाता है, लेकिन सावन के सोमवार को पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व है. आज दूसरे सोमवार के साथ ही एकादशी तिथि पड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है. एकादशी के दिन ही हरि यानि विष्णु का मिलन हर यानि महादेव से हुआ था. इसलिए इस दिन विधिवत पूजा करने से विष्णु और शिव दोनों की असीम कृपा प्राप्त होती है. यही वजह है कि बाबाधाम में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है.जिला उपायुक्त नमन प्रियश लकड़ा खुद देर रात से ही सभी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं.
आज इस तरह करें पूजा, दूर होंगे दुख और दरिद्रता
आज सावन का दूसरा सोमवार है और तिथि के अनुसार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है. जो हरि और हर की पूजा के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है. एकादशी के दिन ही हरि और हर का मिलन हुआ था. ज्ञातव्य है कि आज हरि यानि विष्णु को पंचामृत स्नान कराकर इत्र और तुलसी अर्पित करनी चाहिए, जबकि हर यानि शिव को दूध, चावल, बेलपत्र, गंगाजल अर्पित करने से दुख और दरिद्रता दूर होकर धन-समृद्धि की प्राप्ति होगी. इस दिन पंचाक्षर मंत्र नमः शिवाय का जाप करने से सभी मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं. आज करीब तीन लाख श्रद्धालुओं द्वारा जलापर्ण करने की उम्मीद है.
दूसरी सोमवारी के महत्व को देखते हुए बाबाधाम में कल रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी. इन्हें नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की ओर से सभी को रूट पर विशेष निगरानी रखी गई है. आज सुबह 4:10 बजे मंदिर खुलते ही सभी को सुगम और सुरक्षित जलापर्ण की सुविधा प्रदान की जा रही है. उम्मीद है कि भीड़ का आंकड़ा करीब तीन लाख तक जाएगा. इस भारी भीड़ को कतार में पूजा कराना भी प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसके लिए बड़ी संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
कई अधिकारी मौके पर मौजूद
कई आला अधिकारी लगातार भीड़ पर नजर रख रहे हैं. खासकर जिले के उपायुक्त नमन प्रियश लकड़ा देर रात से ही पूरे मेला क्षेत्र की स्वयं निगरानी कर रहे हैं. बाबानगरी का पूरा वातावरण बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज रहा है.
रिपोर्ट-ऋतुराज सिन्हा
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