रांची (RANCHI) : त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है और अब दुर्गा पूजा के बाद झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगोंं को इंतज़ार है दिवाली और छठ महापर्व का. ऐसे में अपने घर पर अपनो के बीच लोगोंं के आने जाने का सिलसिला भी शुरू होने वाला है और इस बीच अगर किसी चीज के लिए सबसे ज्यादा मारामारी होगी तो वह है बस या ट्रेन जिससे लोग अपने घर वापस आने की सोच रहें होंगे. अब क्योंकि बस का सफर ज्यादा थकाने वाला होता है इसीलिए कई लोग बस के सफर के सामने ट्रेन के सफर को ज्यादा पसंद करते हैं. ऐसे में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से बड़े पैमाने पर लोग रोजगार और पढ़ाई के लिए दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में रहते हैं और अबतो त्योहारों के मौके पर घर लौटने की तैयारी में रेलवे टिकट की बुकिंग शुरू हो चुकी है.

इसी कड़ी में भारी भीड़ और टिकट की कमी को देखते हुए रेलवे ने पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है. मध्य रेलवे ने दिवाली 2025 के अवसर पर देशभर के विभिन्न गंतव्यों के लिए 30 अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है.

मुख्य ट्रेन सेवाएं:
एलटीटी–मडगांव साप्ताहिक विशेष ट्रेन (01003/01004): लोकमान्य तिलक टर्मिनस से मडगांव और वापसी. 6, 13, 20 अक्टूबर को रवाना. स्टॉपेज में ठाणे, पनवेल, रत्नागिरी, कुडाल आदि शामिल हैं. कोच संरचना: एसी-2, एसी-3, स्लीपर, सामान्य और गार्ड वैन.

पनवेल–चिपलून अनरिज़र्वड विशेष ट्रेन (01159/01160): 3 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक शुक्रवार, शनिवार और रविवार को चलेगी. यात्री UTS सिस्टम से टिकट बुक कर सकते हैं. 

साबरमती–पटना साप्ताहिक विशेष (09427/09428): 1 अक्टूबर से 26 नवंबर तक. प्रमुख स्टॉपेज: महेसाणा, अजमेर, प्रयागराज, बक्सर, आरा. कोच: हमसफर एसी 3-टियर. 

राजकोट–बरौनी साप्ताहिक विशेष (09569/09570): 2 अक्टूबर से 27 नवंबर तक. प्रमुख स्टॉपेज: वांकानेर, अजमेर, प्रयागराज, आरा, हाजीपुर. कोच: एसी 2-टियर और एसी 3-टियर.

रेलवे ने जानकारी दी है कि दक्षिण, पश्चिम और पूर्वी रेलवे जोनों में कुल 124 विशेष ट्रेन यात्राएं चलाई जाएंगी, ताकि यात्रियों को त्योहारों के दौरान सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके.

यात्रियों से अपील की गई है कि वे समय रहते अपने टिकट बुक कर लें, क्योंकि त्योहारों के सीजन में सीटें जल्दी भर जाती हैं. अनारक्षित और आरक्षित, दोनों तरह की ट्रेनों में किराया सामान्य मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों के समान ही रहेगा.

दिवाली और छठ जैसे प्रमुख पर्वों को देखते हुए रेलवे की यह पहल यात्रियों को बेहतर सुविधा और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सराहनीय कदम मानी जा रही है.