टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : आज यानि की भाद्रपद पूर्णिमा को लगने वाला खास चंद्रग्रहण इस वर्ष का अंतिम और सबसे खतरनाक चंद्रग्रहण माना जा रहा है. इस चंद्रग्रहण की सबसे खास बात यह है कि ये पूर्ण चंद्रग्रहण होने के साथ ही 2022 के बाद से अब तक का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा और इस बार चंद्रग्रहण कुल 82 मिनट रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. साथ ही यह चंद्रग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत में लग रहा है इसलिए भी यह ग्रहण खास है. वहीं इस चंद्रग्रहण को खतरनाक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इस ग्रहण से एक दिन पहले यानी 6 सितंबर, शनिवार को मृत्यु पंचक लग चुका है. यानी इस बार का चंद्रग्रहण मृत्यु पंचक में लगेगा. ये पंचक अगले पांच दिन तक रहेगा. ग्रहण के साथ मृत्यु पंचक का योग इसे और भी खतरनाक बना रहा है.
मृत्यु पंचक क्या है और कब तक रहेगा इसका असर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मृत्यु पंचक एक विशेष अवधि होती है, जो लगातार 5 दिनों तक रहती है. इस समय के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य, जैसे शादी-विवाह, नया व्यवसाय शुरू करना या घर में कोई नया कार्य आरंभ करना वर्जित माना जाता है. इस वर्ष मृत्यु पंचक की शुरुआत 6 सितंबर को सुबह 11:21 बजे होगी और यह 10 सितंबर को शाम 4:03 बजे समाप्त होगा. खास बात यह है कि इस बार मृत्यु पंचक के बीच चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है, जिसे अशुभ माना गया है और इसका प्रभाव कई लोगों के लिए नकारात्मक हो सकता है.
वहीं चंद्र ग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर की रात 9:58 बजे होगी और इसका समापन 8 सितंबर की आधी रात 1:26 बजे होगा. ग्रहण का सबसे महत्वपूर्ण और चरम समय रात 11:42 बजे रहेगा. कुल मिलाकर, भारत में यह ग्रहण 3 घंटे 28 मिनट तक प्रभावी रहेगा. इसके अलावा, ग्रहण से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाएगा, जो 7 सितंबर दोपहर 12:57 बजे से लागू होगा.
इन ग्रहों पर पड़ेगा खास असर
अब क्योंकि यह चंद्रग्रहण इतना विशेष और खतरनाक है इसलिए राशियों पर भी इसका प्रभाव व्यापक रूप से नज़र आएगा. इनमें मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए इसका प्रभाव नकारात्मक हो सकता है. ऐसे में इन राशियों के जातकों को सलाह दी गई है कि वे इस चंद्रग्रहण को न देखें. वहीं यह चंद्रग्रहण मेष, वृष, कन्या और धनु राशि वालों के लिए सुख और सौभाग्य लेकर आएगा.
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