टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : ओडिशा के बालासोर फकीर मोहन कॉलेज में आत्मदाह करने वाली छात्रा आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई. मंगलवार को एम्स भुवनेश्वर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. छात्रा ने इसी महीने की शुरुआत में अपने विभागाध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. कॉलेज प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से दुखी होकर छात्रा ने कॉलेज में ही खुद को आग के हवाले कर दिया, जिससे वह 90 प्रतिशत तक जल गई. जिसके बाद पहले बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां छात्रा की हालत गंभीर होने पर 12 जुलाई को उसे एम्स भुवनेश्वर रेफर कर दिया गया.
छात्रा के आत्मदाह के 12 दिन बाद आरोपी की हुई गिरफ्तारी
इस मामले में 30 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायत दर्ज के 12 दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया. छात्रा ने बालासोर एफएम कॉलेज में आत्मदाह की कोशिश की थी, तब से उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था. इस दौरान छात्रा को बचाने के कई प्रयास किए गए, जिनमें एम्स भुवनेश्वर में किडनी रिप्लेसमेंट थेरेपी भी शामिल थी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
एचओडी के यौन उत्पीड़न से परेशान होकर किया आत्मदाह
इंटीग्रेटेड बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा ने विभागाध्यक्ष द्वारा उत्पीड़न सहन न कर पाने के कारण अपने शरीर पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. इससे पहले, फकीर मोहन कॉलेज के प्रधानाचार्य दिलीप घोष को बी.एड. के लिए निलंबित कर दिया गया था. छात्रा द्वारा खुद को आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास करने के बाद शनिवार को प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया था. छात्रा ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने निलंबन आदेश में कहा कि प्रिंसिपल मामले को ठीक से संभालने और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहे.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने छात्रा की मौत पर दुख व्यक्त किया. पीड़िता के परिवार को आश्वासन दिया कि मामले के सभी दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलेगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी छात्रा की मौत पर शोक व्यक्त किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को एम्स भुवनेश्वर जाकर यहां भर्ती छात्रा का हालचाल जाना था. जब मृतक छात्रा के शव को एम्स पोस्टमार्टम केंद्र ले जाया जा रहा था, तो बीजू जनता दल (बीजद) कार्यकर्ताओं ने न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
जानिए कब-कब क्या हुआ
30 जून: पुलिस में शिकायत दर्ज
12 दिन तक कोई कार्रवाई नहीं
12 जुलाई: छात्रा ने खुद को आग लगा ली
12 जुलाई: एम्स भुवनेश्वर में भर्ती
12 जुलाई: आरोपी विभागाध्यक्ष गिरफ्तार
14 जुलाई: प्रिंसिपल भी गिरफ्तार
अस्पताल में ज़िंदगी और मौत की तीन दिन की जंग
14 जुलाई: रात 11.46 बजे मौत
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