रांची(RANCHI): झारखंड में आदिवासी और कुड़मी आमने सामने है. एक तरफ विभिन्न रेलवे स्टेशन पर कुड़मी समाज के लोग रेल चक्का जाम कर बैठे है तो दूसरी तरफ आदिवासी संगठन के लोग रांची की सड़कों पर इस आंदोलन के खिलाफ उतर कर प्रदर्शन कर रहे है.रांची में विरोध मार्च निकाल कर कुड़मी को आदिवासी में शामिल करने की मांग का विरोध किया है तो राजभवन के पास विशाल धरना प्रदर्शन जारी है.

इस दौरान विरोध कर रहे आदिवासी संगठन के लोगों ने बताया कि आदिवासी में अब कोई शामिल नहीं होगा. आदिवासी जन्म से होते है. ना की कोई बाद में आदिवासी बन जाता है. आदिवासी के हक और अधिकार को मारने की कोशिश चल रही है. लेकिन आदिवासी जागरूक है और सड़क पर अपनी ताकत दिखाएगा.किसी भी कीमत पर कुड़मी को आदिवासी में शामिल नहीं होने देंगे.

वहीं रांची के टाटीसिलवे मूरी समेत अन्य रेलवे स्टेशन पर कुड़मी समाज के लोग रेल चक्क जाम कर बैठे है.इस आंदोलन में विभिन्न कुड़मी नेता भी शामिल है. सभी रेलवे ट्रैक पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि हमारी लड़ाई किसी से नहीं है. हम सरकार से अपनी मांग को मांग रहे है. 1951 से पहले कुड़मी आदिवासी में ही था. एसटी में यह समाज शामिल था. लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया. अब जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.