रांची (RANCHI): हर सरकार मार्च में अपना बजट पेश करती है. जिसमें सरकार अपनी आय-व्यय का आकलन और ब्यौरा पेश करती है. उसकी कौन-कौन सी योजनाएं हैं, किस मद में कितना खर्च होगा. संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार, हर वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले संसद के दोनों सदनों में सरकार के वार्षिक वित्तीय विवरण की प्रस्तुति सुनिश्चित करना भारत के राष्ट्रपति का कर्तव्य है. लेकिन साल के बीच में भी सरकार एक बजट लाती है, जिसे अनुपूरक बजट कहते हैं. झारखंड के मानसून सत्र के दौरान वित्त् मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने 3,436.56 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था, जो बीते दिन पास हो गया. इस खबर में हम जानेंगे कि आखिर क्या होता है अनुपूरक बजट, और झारखंड सरकार कहां-कहां इतनी राशि खर्च करेगी.
क्या होता है अनुपूरक बजट
जब किसी विभाग को बजट सत्र में आवंटित राशि कम पड़ जाती है तो ऐसे में राज्य सरकार वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही एक बजट लाती है. इसे ही अनुपूरक बजट कहते हैं. इसे खास परिस्थितियों में ही लाया जाता है. इसमें इन बातों का खास ख्याल रखा जाता है कि बजट में शामिल राशि किन स्रोतों से राजस्व के रूप में सरकार को हासिल होगी.
कहां-कहां खर्च होगी रकम
झारखंड के 2022-23 के अनुपूरक बजट में ऊर्जा विभाग के लिए 188.28 करोड़ रुपये, स्थापना मद में 556 करोड़ रुपये, नगर विकास के लिए 127.60 करोड़ रुपये, पंचायतीराज विभाग के लिए 624 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग के लिए 465 करोड़ रुपये, योजना मद में 1436 करोड़ रुपये, केंद्रीय योजनाओं पर 197 करोड़ रुपये, केंद्र-प्रायोजित योजना में राज्य के अंशदान के लिए 1,006 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
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