रांची (RANCHI): झारखंड में सुगम संगीत और खासकर गजल सिंगिग में रांची की मृणालिनी अखौरी का नाम सरे-फेहरिस्त है. महज आठ साल की उम्र से गा रही मृणालिनी अबतक हजारों मंच शेयर कर चुकी हैं. उनके अलबम भी आ चुके हैं. वहीं कई सम्मानों से नवाज़ी जा चुकी हैं. इसी कड़ी में नया अवार्ड है ललिता प्रसाद संस्कृति सम्मान. हिंदी दिवस के अवसर उन्हें बिहार के औरंगाबाद में विधायक आनंद शंकर ने अवार्ड से सम्मानित किया.
कार्यक्रम का आयोजन साहित्यकुंज संस्था ने किया था. सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. अखौरी ने बताया कि उनके जीवन संस्कृति यात्रा औरंगाबाद से शुरू हुई है और आज वे जिस मुकाम पर पहुंची हैं] उसके पीछे औरंगाबाद की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है. उन्होंने औरंगाबाद और मगध की भारतीय संस्कृति में भूमिका पर भी चर्चा की और प्राप्त सम्मान के प्रति अपना आभार जताया.
बता दें कि साहित्यकुंज औरंगाबाद की एक पुरानी संस्था है और प्रतिवर्ष विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित करती आ रही है. मौके पर श्रीराम राय, कमलकिशोर, श्रीराम अम्बष्ठ आदि कई राजनीतिक नेता और पत्रकार मौजूद थे.
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