रांची (RANCHI) : इस वक्त की बड़ी खबर धनबाद से सामने आ रही है. कोयलांचल सहित झारखंड के सबसे चर्चित हत्याकांड में बुधवार को ट्रायल कोर्ट अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए संजीव सिंह को बरी कर दिया गया है. इस फैसले को लेकर सिंह मेंशन और रघुकुल के लोगों की धड़कनें तेज थी. बताते चलें कि नीरज सिंह हत्याकांड की जांच के बाद पुलिस ने कुल 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. 

8 सालों से जेल में थे संजीव सिंह 

पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में संजीव सिंह पिछले 8 सालों से जेल में थे. 8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें ज़मानत दे दी थी. मामला 2017 का है, जब पूर्व डिप्टी मेयर नीरज की हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या का आरोप पूर्व विधायक संजीव सिंह पर लगा था.

आपको बता दें कि नीरज सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस पार्टी के नेता थे. वह झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के चचेरे भाई थे. दोनों परिवारों के बीच राजनीति और कोयला कारोबार में वर्चस्व को लेकर पुरानी अदावत थी. जिसके बाद 21 मार्च 2017 की रात नीरज सिंह अपनी फॉर्च्यूनर कार से घर लौट रहे थे. धनबाद के स्टील गेट इलाके में एक स्पीड ब्रेकर पर जैसे ही उनकी कार धीमी हुई, अपराधियों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इस घटना में नीरज सिंह, उनके निजी अंगरक्षक मुन्ना तिवारी, ड्राइवर घल्टू और उनके एक करीबी समर्थक अशोक यादव की मौके पर ही मौत हो गई.