रांची (RANCHI) : नये साल पर सीएम हेमंत ने मंईयां योजना के लाभुकों को खुशियों की सौगात दी. आज नामकुम के खोजा टोली आर्मी ग्राउंड में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में बटन दबाकर लाभुकों के खाते में पैसे ट्रांसफर किये गये। झारखंड की 5661791 महिलाएं इस ऐतिहासिक दिन की गवाह बनीं. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओँ को आभार जताया.

मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल को दिया धन्यवाद

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, शिवू सोरेन, कल्पना सोरेन और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा, "जो हमने कहा था, वह पूरा किया."

स्थानीय सरकार पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले भाजपा सरकार में सत्ता का रिमोट गुजरात और दिल्ली में था, लेकिन अब यह स्थानीय सरकार है. उन्होंने राज्य के लोगों को अपने स्थानीय सरकार पर भरोसा रखने का संदेश दिया.

रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भाई-बहन बाहर जाकर काम कर रहे हैं, उन्हें झारखंड में ही अवसर प्रदान किए जाएंगे.उन्होंने आश्वासन दिया कि वे नेता नहीं, बल्कि बेटा बनकर जनता की सेवा करेंगे.

महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं

मुख्यमंत्री ने 2,500 रुपये की राशि लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की. कुल 1,415 करोड़ रुपये का भुगतान किया. महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए योजनाओं का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह राशि महिलाओं की खून की कमी दूर करने और बच्चों की देखभाल में सहायक होगी. नारी सम्मान और वंदना का दिन मनाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने महिलाओं की पूजा और सम्मान का महत्व बताया.

महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण की पहल

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब महिलाएं इन पैसों से रोजगार शुरू कर सकती हैं. मुर्गी और बकरी पालन जैसे छोटे व्यवसाय शुरू करने का सुझाव दिया. महिलाओं को घर चलाने और आर्थिक व्यवस्था की धुरी बनने की ओर प्रोत्साहित किया.

शिक्षा और सामाजिक उत्थान

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब महिलाएं इस राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई और फीस भरने के लिए कर सकती हैं.लाभार्थी महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे इन पैसों का उपयोग बच्चों की उच्च शिक्षा और घर की जरूरतों पर करेंगी. उन्होंने बेटियों को शिक्षित और सम्मानित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया.

सपनों को साकार करने की अपील

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को विकसित बनाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. उन्होंने ग्रामीण विकास, कृषि ऋण, रोजगार ऋण, और बैंकिंग प्रणाली को ग्रामीणों के अनुकूल बनाने का वादा किया.

विपक्ष पर निशाना

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा, "हमने जो वादा किया था, वह मुकरने के लिए नहीं, बल्कि निभाने के लिए किया था." भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने उज्ज्वला योजना और महिलाओं की योजनाओं के धन के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया.

महिलाओं से संवाद

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान महिलाओं से स्टेज पर जाकर बात की. महिलाओं ने बताया कि वे इन पैसों का उपयोग बच्चों की पढ़ाई और घर की जरूरतों पर करेंगी. उन्होंने कहा, "अब आपको अपने बच्चों की साइकिल बेचने की जरूरत नहीं होगी."

महिला सशक्तिकरण का संकल्प

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब बेटियों को भ्रूण में ही मार दिया जाता था, लेकिन अब समय बदल रहा है. उन्होंने बेटियों और महिलाओं को मजबूत और सम्मानित बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया.

सरकार का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार शहर से नहीं, गांव और टोला से चलेगी." कहा कि राज्य के विकास में जनता की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया और आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर दिया.

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओं के सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास और सामाजिक उत्थान के लिए ठोस योजनाओं का वादा किया. उनका संदेश था कि यह सरकार जनता के साथ है और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है.

इस मौके पर कांग्रेस के तरफ से वित्त मंत्री राधाकृष्ण ने कहा कि विपक्ष सिर्फ वायदे करती रही महिलाओं के लिए कोई कार्यक्रम नहीं चलाया. हम भाजपा से पूछना चाहते है कि महिला उत्थान और सशक्तीकरण के 6 हजार करोड़ रुपये का क्या हुआ ?  हमारी सरकार ने जो वादा किया उसे पूरा कर रही है, हमारे मुख्यमंत्री धन्यवाद के पात्र है. वहीं राजद कोटे से श्रम मंत्री संजय यादव ने कहा कि हमारी सरकार गुजरात और दिल्ली से नहीं स्थानीय सरकार है ये आपकी सरकार है हम नेता नहीं हम बेटा है.