Ranchi- कांग्रेस विधायक इरफान ने भाजपा सांसद निशिकांत से जामताड़ा रेल दुर्घटना में मृतकों की लाश पर सियासत बंद करने की चेतावनी देते हुए तंज भरे लहजे में कहा है कि वह झारखंड ही नहीं पूरे देश के सबसे लोकप्रिय नेता है, लेकिन उन्हे जामताड़ा ट्रेन दुर्घटना के मृतकों की लाश पर अपनी सियासत बंद करनी चाहिए, यह वक्त लाशों पर खेल कर सरकारों को बचाने की का नहीं है. बल्कि उस लापरवाही को सामने लाने की है, जिसके कारण कई जिंदगियां समाप्त हो गयी. यदि निशिकांत इसी रास्ते चलते रहे तो गोड्डा की दुकान बंद होने वाली है, उन्हे अपना बोरिया बिस्तर लेकर भागलपुर की ओर कूच करना होगा, और इरफान का वादा है कि इस बार उन्हे हम भागलपुर भेज कर रहेंगे. इसके साथ ही इरफान ने केन्द्र् सरकार से मृतकों के परिजनों को 50 लाख की क्षतिपूर्ति करने की भी मांग की, साथ ही राज्य सरकार से भी अपने स्तर से मदद करने की गुहार लगायी.

झाझा आसनसोल ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों हुई थी मौत

यहां ध्यान रहे कि कल रात में जामताड़ा में झाझा आसनसोल ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत और जबकि करीबन एक दर्जन लोग घायल हो गयें. बताया जाता है कि भागलपुर-यशवंतपुर ट्रेन में आग लगने की अफवाह पर किसी यात्री ने जंजीर खींच दी और यात्रियों में ट्रेन से कूदने की होड़ मच गयी. इसी बीच आसनसोल से जसीडीह की ओर जा रही ईएमयू पैंसेजर ट्रेन आ गयी, और कई यात्री इसकी चपेट में आ गयें. लेकिन गोड़्डा सांसद निशिकांत ने अपने सोशल  मीडिया पोस्ट में यह दावा किया कि “आज शाम जामताडा में दुर्घटनाग्रस्त दो लोग पटरी अंधेरे में पार कर रहे थे, अफ़वाह रेलवे को बदनाम करने की साज़िश है” उनका दावा है कि आग लगने की अफवाह जानबूझ कर फैलायी गयी थी, अब विधायक इरफान ने निशिकांत के उसी बयान पर पलटवार किया है और उन्हे लाश पर अपनी सियासत को बंद करने की सलाह दी है.

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