धनबाद (DHANBAD) : झारखंड और केंद्र सरकार में कड़वाहट बढ़ रही है. झारखंड के मंत्री अब मंत्रालय के सामने दिल्ली में धरना देंगे. अपना पाई-पाई लेकर रहेंगे. झारखंड केंद्र सरकार से कोई भीख नहीं मांग रहा, बल्कि अपना अधिकार मांग रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा बकाया पैसे को लेकर आक्रामक है. झामुमो  के प्रवक्ता ने कहा है कि हर घर नल जल योजना के तहत 12,257 करोड रुपए झारखंड को मिलने थे. लेकिन 5 वर्षों में राज्य का हिस्सा बढ़कर 6270. 37 करोड़ हो गया है. गर्मी में गांव-गरीब तक पानी पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है. 

झामुमो के महासचिव और प्रवक्ता ने बुधवार को रांची में कहा कि झारखंड बार-बार पैसा मांग रहा है. राज्य के मंत्री केंद्रीय मंत्री को बार-बार पत्र लिख रहे है. मिलने का समय मांग रहे हैं, हम भीख नहीं बल्कि अपना हक मांग रहे है. लेकिन केंद्र सरकार के कानों पर जू नहीं रेंग रहा. हम भीख नहीं ,अपना हक मांग रहे है. अब केंद्र से पाई-पाई लेने के लिए आंदोलन होगा. अब याचना नहीं होगी. पार्टी ने डिमांड किया है कि झारखंड सरकार के मंत्री दिल्ली में जाकर मंत्रालय के सामने धरना पर बैठ जाए. पार्टी प्रवक्ता ने कहा है कि बिहार, यूपी को सरप्लस राशि मिल रही है.  

जबकि पश्चिम बंगाल और झारखंड उनकी आंखों की किरकिरी बने हुए है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने भाजपा की तिरंगा यात्रा से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि हमारी सेना ने शत्रु देश के खिलाफ अपना शौर्य और पराक्रम दिखाया. अमेरिका के साथ व्यापारिक हित के सामने केंद्र की भाजपा सरकार ने सेना  के पराक्रम और मनोबल को तोड़ दिया. सीज फायर पर ट्रंप के कार्यालय से ट्वीट पहले आ जाता है, फिर विदेश मंत्रालय बात करता है. यह सब कुछ ढकने के लिए बीजेपी तिरंगा यात्रा निकाल  रही है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो