दुमका (DUMKA) : खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति की मांग के साथ राजनीति करने वाले जयराम महतो देखते ही देखते टाइगर जयराम से होते हुए विधायक जयराम महतो हो गए.
2029 के चुनाव की तैयारी में जुटा JLKM
वैसे तो पिछले विधान सभा चुनाव में अपने पार्टी से जयराम महतो इकलौता विधायक चुने गए लेकिन कई सीटों पर जयराम की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई और किसी भी प्रत्याशी की जीत हार में निर्णायक भूमिका निभाई. एक बार फिर टाइगर जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम आगामी 2029 के चुनाव को लेकर तैयारी में जुट गई है.
2029 के चुनाव में भी 1932 का खतियान बनेगा JLKM का चुनावी मुद्दा!
ऐसा प्रतीत होता है कि एक बार फिर जेएलकेएम 1932 के खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति जैसे संवेदनशील मुद्दों के सहारे 2029 के चुनाव में उतरने का मन बना लिया है, तभी तो झारखंड की उपराजधानी दुमका से जेएलकेएम ने खतियानी पदयात्रा की शुरुआत की है. संथाल परगना प्रमंडल के विभिन्न जिलों से काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता दुमका के सिद्धो कान्हू चौक पर एकत्रित हुए, जहां सिद्धो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ खतियानी पदयात्रा की शुरुआत की गई. 20 दिनों की पदयात्रा के बाद कार्यकर्ता रांची पहुंचेंगे जहां एक दिवसीय धरना दिया जाएगा.
आदिवासी मूलवासी सत्ता में फिर भी क्यों नहीं लागू कर रहे है 1932 का खतियान: परिमल
इस बाबत गोड्डा विधान सभा क्षेत्र से पार्टी के पूर्व प्रत्याशी परिमल ठाकुर ने कहा कि खतियानी पदयात्रा 20 दिनों की होगी. पद यात्रा के माध्यम से 1932 का खतियान लागू करने सहित तृतीय व चतुर्थ वर्गीय नौकरी में शत प्रतिशत स्थानीय को मौका देने की मांग सरकार से की जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे मूलवासी आदिवासी को न्याय मिलेगा. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि सत्ता में मूलवासी आदिवासी हैं फिर भी 1932 का खतियान आखिर क्यों लागू नहीं कर पा रहे हैं. इसमें जितना विलंब होगा उतना विवाद होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह टाइगर जयराम महतो अकेले सड़क से लेकर सदन तक दहाड़ रहे हैं उससे आम लोगों का विश्वास टाइगर जयराम महतो के प्रति बड़ा है.
2029 के चुनाव में तीसरा विकल्प बन कर उभरेगी JLKM
वहीं पार्टी जिला अध्यक्ष निरंजन मुर्मू ने कहा कि 20 दिनों की यह पदयात्रा रांची पहुंचकर राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया जाएगा. धरना माध्यम से सरकार का ध्यान मूलभूत समस्याओं की ओर आकृष्ट कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी 2029 के चुनाव की तैयारी में जुट गई है. पदयात्रा के माध्यम से एक तरफ जहां आम लोगों का भरोसा संगठन के प्रति बढ़ेगा वहीं जिला से लेकर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत किया जाएगा, ताकि 2029 के विधानसभा चुनाव में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा तीसरे विकल्प के रूप में उभर कर आ सके, क्योंकि अब तक भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बारी बारी से झारखंड को लूटने का काम किया है.
रिपोर्ट-पंचम झा
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