टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : आदिवासी संगठन के लोगों ने नगड़ी मौजा स्थित रिम्स 2 की प्रस्तावित ज़मीन पर धान रोपनी कर रिम्स 2 के निर्माण का विरोध किया है. आदिवासियों को रोकने के लिए विभिन्न चौराहों पर बैरिकेड्स लगाए गए थे और पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन सभी बैरिकेड्स को पार करते हुए हज़ारों आदिवासी नगड़ी मौजा की ज़मीन पर पहुंच गए. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि वे अस्पताल का विरोध नहीं कर रहे हैं. झारखंड में हज़ारों एकड़ बंजर ज़मीन है. सरकार वहां अस्पताल बनवाए. लेकिन सरकार अगर पुलिस की मदद से उपजाऊ ज़मीन अधिग्रहित करके अस्पताल बनाने की सोच रही है, तो ऐसा नहीं होगा.
प्रदर्शन कर रही निशा शांति भगत ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, शिबू सोरेन ने झारखंड में आदिवासियों को उनके अधिकार और विशेषाधिकार दिलाने के लिए कई आंदोलन किए हैं, लेकिन हेमंत सोरेन आदिवासियों को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं. किसी भी कीमत पर इस ज़मीन पर अस्पताल नहीं बनने दिया जाएगा. धान की रोपाई करके यह संकेत दिया गया है कि वे जान दे देंगे, लेकिन ज़मीन नहीं देंगे.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने रिम्स-2 की प्रस्तावित ज़मीन पर धान की रोपाई करने की घोषणा की थी. उनकी घोषणा के बाद हज़ारों आदिवासी नगाड़ी स्थित ज़मीन पर पहुँच गए. हालांकि, चंपाई सोरेन को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर रखा है. उन्हें धरना स्थल पर आने की अनुमति नहीं दी गई.
रिपोर्ट-समीर
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