गो़ड्डा(GODDA):सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल किसी से छुपा हुआ नहीं है .बड़े बड़े भवनों का निर्माण तो शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बेशक करा दिए जाते हैं मगर जो जरुरी चीजें होती हैं वहीँ सरकार द्वारा उपलब्ध नही कराई जाती .मानव संसाधन से लेकर विशेषग्य चिकित्सक का हमेशा से अभाव रहा है .और शायद इसी वजह से कुछ ही वर्ष पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चलंत चिकित्सा वाहन लायी गयी थी .मगर वाहनों की स्थिति दयनीय हो गयी है .

क्या था उदेश्य इन वाहनों का पूर्वर्ती सरकार द्वारा शुरू की गयी

इन चलंत चिकित्सा वाहनों का उदेश्य ये था कि सुदूरवर्ती इलाके जहाँ स्वास्थ्य सेवाएँ लेने को लोग शहरों तक नही आ पाते हैं उन्हें उनके गाँव या पंचायत तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैय्या कराई जा सके . गोड्डा जिले में भी ऐसी दो वाहनें आई थी .गोड्डा में दो प्रखंड जो अति पिछड़े और आदिवासी बाहुल क्षेत्र थे वहां के लिए विशेषतः ये वाहनें काफी कारगर साबित हो रही थी .संयोग देखिये ये दोनों ही प्रखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में ही पड़ते हैं .अब हालत ये है कि रख रखाव के अभाव में एक वाहन तो बुरी तरह से बर्बाद हो चुका है ,दूसरा  किसी तरह से सिर्फ कुपोषित बच्चों के लिए ही काम करता नजर आता है .

आधुनिक सुविधाओं से लैश थे ये दोनों वाहन 

चलंत चिकित्सा वाहनों में वो सारी आधुनिक सुविधाएं एवं उपकरण मौजूद थे जो की इलाज और जांच के लिए जरुरी होते हैं .यहाँ तक वाहन में 5kv का जनरेटर से लेकर x-ray मशीन और तमाम जांच उपकरण भी मौजूद थे .मगर ये सभी उपकरण रख रखाव के अभाव में सड गए हैं .

करोड़ों रूपये DMFT फण्ड प्रतिवर्ष खर्च पर इसपर नही किसी का ध्यान 

जिले में ECL और अडानी की तरफ से करोड़ों रूपये जिले में विकास के लिए DMFT फण्ड से जिले को दिए जाते हैं जिससे आवश्यक विकास समिति की अनुशंसा पर की जा सके .मगर उन पैसों से सिर्फ बड़े बड़े भवनों और अन्य योजनाओं में खपत किये जाते हैं ,मगर समिति द्वारा जो अत्यंत आवश्यक चीजें हैं उनपर एक भी पैसा खर्च नही किया जाना जिले के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है .

क्या कहते हैं सिविल सर्जन 

गोड्डा सिविल सर्जन एस सी शर्मा से जब इन वाहनों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दो वाहनों में एक खराब है जबकि दूसरा चल रहा है .कहा कि जिले की उपायुक्त से इस विषय पर बात हुई है और उन्होंने ठीक करवाने का आश्वासन दिया है .बहरहाल प्रशासनिक आश्वासन तो मिलते हैं पर इस मुद्दे पर कब आश्वासन फलीभूत होता है और मुख्यमंत्री के दोनों प्रखंडों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा .

रिपोर्ट-अजीत कुमार सिंह