नालंदा(NALANDA): दुल्हे को शादी से इंकार करने की घटना तो आपने सुनी होगी. लेकिन पूरे तामझाम और रस्मों रिवाज के बाद दुल्हन का शादी को नहीं मानने का मामला हैरान करने वाला है. मामला नालंदा जिला के  नूरसराय थाना क्षेत्र रतनपुरा गांव का है. जहां मनोज मांझी की पुत्री सुषमा कुमारी की शादी हरनौत थाना क्षेत्र के उखड़ी गांव के सकलदीप मांझी के पुत्र मुकेश मांझी से तय हुई थी. बीती रात दोनों पक्षों की ओर में शादी की धूम देखी गई. गाजे बाजे के साथ बारात पहुंची. बड़े धूम धाम से शादी की सारी रस्में भी पूरी कर ली गई. लेकिन जब विदाई का समय आया तो बारात को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा. इसके बाद गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. पता चला कि विदाई का समय आया तो दुल्हन ने ससुराल जाने से इंकार कर दिया. सबके जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि सारे रस्मों रिवाज पूरे होने के बाद विदाई के समय दुल्हन ने ससुराल जाने से इंकार कर दिया. 
 
यह है मामला 

दरअसल लड़की वालों का आरोप है कि लड़का पक्ष वाले ने शादी से पहले लड़के को सही से नहीं दिखाया था. वो शादी के मंडप पर किसी के साथ बैठा था. जब रस्म पूरा हुआ और विदाई होने लगी तो लड़का लंगड़ा कर चलने लगा. जिस वजह से लड़की ने जाने से इंकार कर दिया, इतना ही नहीं उसने अपनी मांग के सिंदूर को भी धो डाला. जिससे दुल्हे को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा. लड़की का कहना है कि अब उसके साथ नहीं रहेंगे और दूसरी शादी करेंगे. लड़के वालों ने धोखे में रखकर शादी किया है. वहीं, लड़के वाले ने थाना में आवेदन दिया है कि हम लड़की को ले जाना चाहते हैं लेकिन लड़की दिव्यांग का आरोप लगा मेरे साथ जाने से इंकार कर दी है.