मुजफ्फरपुर(MUZAFFARPUR): दरभंगा के बहेरी थाना के राकेश कुमार यादव ने ये कभी नहीं सोचा होगा कि जिस नौकरी को पाने के लिए उसने तीन लाख रुपए खर्च कर अपनी जिंदगी बनाने का प्रयास किया, वही उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल साबित होगी. घटना के आठ साल बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अब हम आपको बताते हैं कि मामला क्या है. 

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घटना आज से आठ साल पहले की है. मुजफ्फरपुर के चक्कर मैदान में सेना बहाली की प्रक्रिया चल रही थी. दरभंगा के बहेरी थाना के रहनेवाला राकेश कुमार यादव ने शारीरिक दक्षता परीक्षा पास कर लिया. लेकिन मेडिकल के दौरान राकेश में कलर ब्लाइंडनेस पाया गया. सेना ने राकेश को जांच के लिए गया स्थित आर्मी अस्पताल भेज दिया. गया में राकेश किसी बिचौलिए के चक्कर में आकर तीन लाख रुपए में जाली मेडिकल प्रमाण पत्र बनवा लिया और उसे सैन्य कार्यालय मुजफ्फरपुर में जमा कर दिया. लेकिन जांच के दौरान राकेश का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया और सेना के अधिकारी ने स्थानीय काजीमहमदपुर थाना में केस दर्ज करा दिया. अब आठ साल बाद समकालीन अभियान के तहत मुजफ्फरपुर की कहीमहमदपुर पुलिस ने दरभंगा के बहेड़ा थाना से राकेश को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.