Bihar Election 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने आज औपचारिक रूप से अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. राजद ने 243 सीटों में से 143 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है.
राजद की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि शेष 100 सीटों पर महागठबंधन के अन्य घटक दलों – कांग्रेस, वाम दलों (लेफ्ट पार्टियां) और वीआईपी पार्टी – के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे. यह सीटों का बंटवारा महागठबंधन के अंदर सहमति से किया गया है.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “महागठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में है. सीटों को लेकर सभी सहयोगी दलों के बीच आम सहमति बनी है और उम्मीदवारों का चयन जातीय समीकरण, जनाधार और स्थानीय लोकप्रियता के आधार पर किया गया है. हमारा लक्ष्य है कि बिहार को न्याय, विकास और सामाजिक समरसता की दिशा में आगे ले जाया जाए.”
महागठबंधन की रणनीति: जातीय और क्षेत्रीय संतुलन
सूत्रों के मुताबिक, राजद ने जिन 143 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वे ज्यादातर पार्टी के परंपरागत प्रभाव वाले क्षेत्रों से हैं. वहीं कांग्रेस और वाम दलों को उनकी मजबूत पकड़ वाले इलाकों में प्राथमिकता दी गई है.वीआईपी पार्टी को भी कुछ चुनिंदा सीटें दी गई हैं, खासकर उन इलाकों में जहां उसका प्रभाव रहा है.
कांग्रेस पार्टी को करीब 45 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि लेफ्ट पार्टियों को मिलाकर लगभग 40 सीटें दी गई हैं. वहीं वीआईपी पार्टी को लगभग 15 सीटें दी गई हैं. हालांकि इनका आधिकारिक ऐलान जल्द ही होने की उम्मीद है.
मुकाबला दिलचस्प, एनडीए से कड़ी टक्कर की उम्मीद
राजद के इस एलान के साथ ही बिहार में चुनावी जंग ने और अधिक दिलचस्प मोड़ ले लिया है. सत्तारूढ़ एनडीए पहले ही कई चरणों में अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। अब महागठबंधन के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद राज्य की चुनावी तस्वीर और भी साफ हो गई है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के बीच सीधी टक्कर का रूप ले सकता है. वहीं कांग्रेस और वामपंथी दलों की भूमिका भी निर्णायक हो सकती है.

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