टीएनपी डेस्क: पटना के होटल मौर्य में आज महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें तेजस्वी यादव को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया. इस दौरान गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की भी औपचारिक घोषणा की गई. महागठबंधन नेताओं ने दावा किया कि वे एकजुट होकर बिहार में बदलाव की लड़ाई लड़ेंगे.

बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावारू पर लगा गंभीर आरोप 

हालांकि  वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस पार्टी के अंदर बगावत के स्वर तेज हो गए हैं. टिकट बंटवारे में अनदेखी से नाराज़ कई पूर्व विधायक और कार्यकर्ता पटना स्थित सदाकत आश्रम में एक दिवसीय आमरण अनशन पर बैठ गए. नाराज़ नेताओं ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावारू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि टिकट बंटवारे में पैसे का खेल हुआ है.

आंदोलन में शामिल नेताओं के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर लिखा था “टिकट चोर बिहार छोड़”. कांग्रेस प्रवक्ता माधव आनंद ने कहा कि बिहार कांग्रेस में फैली अव्यवस्था की जिम्मेदारी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और प्रभारी दोनों की है. एक ओर जहां महागठबंधन एकता का संदेश देने में जुटा है, वहीं कांग्रेस की अंदरूनी कलह ने गठबंधन की सियासी तस्वीर पर सवाल खड़े कर दिए हैं.