पटना(PATNA): स्थान-एग्ज़िबिशन रोड, पटना सबसे व्यस्त और 'हाई सिक्योरिटी' इलाका समय: शुक्रवार की रात 11.40 बजे.पटना के प्रतिष्ठित व्यवसायी गोपाल खेमका की उनके अपार्टमेंट के गेट पर गोली मारकर हत्या, शूटर: अकेला, स्कूटी पर सवार, पहले से घात लगाए बैठा, गोली मारते ही फरार, गवाह: एक सफेद कार में बैठी महिला, अपार्टमेंट निवासी अंकित की पत्नी, जो पार्टी से लौट रही थी.
हत्या का तरीका: पूरी तरह प्रोफेशनल
गोपाल खेमका अपनी कार से अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे.एक युवक जो पहले से स्कूटी पर था और किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था, खेमका को देखते ही मोबाइल जेब में डाला और सिर में गोली मारी. गोली लगते ही खेमका मौके पर ही गिर पड़े. हमलावर स्कूटी से फरार.इससे पहले गोपाल खेमका रात 11.30 में बाँकीपुर क्लब से अपने दोस्त सुदेश सरिन के साथ घर के लिए निकले थे. रास्ते में गाँधी मैदान थाना पड़ता है जहाँ पर सुदेश सरिन उतर जाते है. यहाँ से गोपाल खेमका अकेले ड्राइव करके अपने घर की तरफ बढ़ते है. यहाँ से दो सौ मीटर पर उनका घर है.
पढ़े मामले में क्यों हो रही है सूर्या सुरेश सरिन की चर्चा
ये वो शख्स है जो हर दिन गोपाल खेमका के साथ बाँकीपुर क्लब से साथ गाडी में घर लौटते थे. नाम है सुदेश सरिन.कल रात भी सुदेश सरिन गोपाल खेमका के साथ क्लब से निकले थे और फिर करीब पचास मीटर पहले ही उतर कर अपने घर के लिए निकले थे. उन्हें रात जब गोपाल खेमका पर हमले की जानकारी मिली तो दंग रह गए. वो गोपाल खेमका के बाजु वाली सीट पर ही बैठते थे. सरिन के अनुसार कभी भी किसी धमकी या विवाद का जिक्र उन्होने नहीं किया था.
2018 से 2024: खेमका परिवार की दो हत्याएं
2018: बेटे गुंजन खेमका की हत्या हाजीपुर में गोली मारकर की गई थी. अब 6 साल बाद, उसी परिवार के मुखिया गोपाल खेमका को मारा गया.पटना पुलिस और बिहार की सुरक्षा व्यवस्था पर यह बड़ा सवाल बनकर उभरा है.
बड़े सवाल जो पटना पुलिस को घेर रहे हैं
1. क्या गुंजन और गोपाल खेमका की हत्या एक ही मास्टरमाइंड का काम है?
2. क्या 2018 के केस से जुड़े लिंक को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया?
3. क्या पटना पुलिस को कोई इनपुट पहले से था, फिर भी कार्रवाई नहीं हुई?
4. क्या पटना की हाई सिक्योरिटी जोन महज़ दिखावा बनकर रह गया है?
5. क्या आर्थिक और प्रॉपर्टी विवाद इसके पीछे है?
प्रशासन की प्रतिक्रिया
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि कई बिंदुओं पर जांच चल रही है. गुंजन खेमका हत्याकांड की भी फाइलें फिर से खोली जा रही है.आईजी जितेन्द्र राणा ने कहा परिजनों का आरोप है कि गाँधी मैदान थाना ने देर से रिस्पॉन्ड किया जांच की जा रही है.बेउर जेल में छापेमारी हत्या की साजिश जेल से रची गई हो सकती है,पुलिस ने तलाशी ली, लेकिन अब तक खुलासा नहीं.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपात बैठक, डीजीपी और गृह सचिव को निर्देश,कड़ी कार्रवाई हो.डिप्टी सीएम विजय सिन्हा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, जरूरत पड़ी तो एनकाउंटर भी होगा.
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