पटना(PATNA):बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है.पटना में पार्टी के चार पूर्व विधायकों और एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ नेताओं ने आज एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए और बगावती तेवर अपना लिए. टिकट वितरण को लेकर उठे इस विवाद ने पार्टी की स्थिति को और जटिल बना दिया है.हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी अभियान के दौरान “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा दिया था लेकिन बिहार में इस नारे को पार्टी के ही कुछ नेताओं ने बदल कर “टिकट चोर, गद्दी छोड़” कर दिया है, जो इस बात का इशारा है कि पार्टी के भीतर असंतोष कितना गहरा है.
पढे कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने क्या कहा
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने सीधे तौर पर प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी प्रभारी पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट बंटवारे में पारदर्शिता नहीं बरती गई और कुछ नेताओं ने पैसे लेकर टिकट बांटे. आनंद माधव ने कहा पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर धनबल के आधार पर टिकट दिए गए है. कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है, इसे व्यापार की मंडी न बनाया जाए.प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद अन्य पूर्व विधायकों ने भी टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी जताई और संकेत दिए कि अगर नेतृत्व ने निर्णय वापस नहीं लिया, तो वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने पर विचार कर सकते है.
अंदरूनी कलह
कांग्रेस के अंदर यह बगावत ऐसे समय पर सामने आई है जब पार्टी राज्य में अपना जनाधार वापस पाने की कोशिश में जुटी है.लेकिन अंदरूनी कलह और आरोपों की यह आंधी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है.राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर पार्टी ने जल्द ही स्थिति को नहीं संभाला, तो इसका सीधा असर चुनावी प्रदर्शन पर पड़ सकता है.

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