मोतिहारी(MOTIHARI): पूर्वी चंपारण जिला के पकड़ीदयाल अनुमंडल पदाधिकारी कुमार रविंद्र काम करने के अपने कुछ अलग अंदाज के कारण हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. कार्यालय की कार्यप्रणाली उनकी देखरेख में चुस्त-दुरुस्त रहती ही है, अनुमंडल क्षेत्र में लोगों के बीच उनकी समस्याओं का निदान भी वो अपने तरीके से करते हैं.

जब पहुंच गए अचानक स्कूल

ताजा मामला चैता पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में एसडीओ के औचक निरीक्षण का है. एसडीओ कुमार रविंद्र ने विद्यालय के एक क्लास रूम में पहुंचकर बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षक के पढ़ाने के तरीके को देखा और सुना. कक्षा में सहायक शिक्षक मुकुल कुमार पर्यावरण के बारे में बच्चों को गलत जानकरी दे रहे थे. जिसके बाद एसडीओ ने सहायक शिक्षक से मौसम और जलवायु में अंतर पूछा. जिसका जवाब शिक्षक मुकुल कुमार नहीं दे पाए. फिर एसडीओ शिक्षक की भूमिका में आ गए. उन्होंने बच्चों के साथ शिक्षक को भी ब्लैक बोर्ड पर विस्तार से मौसम और जलवायु के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने बच्चों को पढ़ाने के तरीकों के बारे में शिक्षक को समझाया. 

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प्रधानाध्यापक "मैं विद्यालय जाता हूं" का अनुवाद नहीं कर पाए 

कक्षा से निकलकर एसडीओ कुमार रविंद्र प्रधानाध्यापक के कार्यालय कक्ष में पहुंचे और प्रधानाध्यापक विश्वनाथ राम से पूछा कि आप किस विषय के शिक्षक हैं. प्रधानाध्यपक ने बताया कि वे विद्यालय में अंग्रेजी और संस्कृत पढ़ाते हैं. लेकिन जब एसडीओ ने प्रधानाध्यापक से "मैं विद्यालय जाता हूं" का अंग्रेजी और संस्कृत में अनुवाद पूछा,तो प्रधानाध्यापक सही जवाब नहीं दे पाए. एसडीओ कुमार रविंद्र ने सभी शिक्षकों को घर पर अध्ययन करके विद्यालय आने को कहा. जिससे बच्चों को सही ढंग से पढ़ाने में मदद मिलेगी. एसडीओ ने विद्यालय के सभी वर्गों के साथ बन रहे मध्याह्न भोजन का निरीक्षण किया.

क्या बोले एसडीओ

निरीक्षण के बाद एसडीओ कुमार रविंद्र ने बताया कि विद्यालय के शिक्षकों को अपनी गुणवत्ता में सुधार के लिए संबंधित विषयों का स्वअध्ययन जरूरी है. जिससे बच्चों की शिक्षा का स्तर सुधारने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक समेत विद्यालय के सभी शिक्षकों को पढ़ाई के गुणवत्ता में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है.