पटना(PATNA): राजधानी पटना मे बोरिंग रोड चौराहे के समीप स्थित चर्चित हरिलाल मिठाई की बहुमंज़िला इमारत कभी भी जमींदोज हो सकती है. गहराते ख़तरे को देखते हुए शनिवार देर रात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने मोर्चा संभाल लिया और आसपास के मकानों को खाली कराया. घटनास्थल से सटी जिस भूखण्ड पर एक नया कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा था, वहां बेसमेंट की गहरी खुदाई के कारण पड़ोसी इमारत की बुनियाद खिसकने लगी.

बिल्डिंग की दीवारों में चौड़ी दरारें पड़ी है

मिट्टी धंसते ही “हरिलाल मिठाई” बिल्डिंग की दीवारों में चौड़ी दरारें पड़ीं और सामने खड़ी एक पोकलेन मशीन दब गई. आसपास की तीन बहुमंज़िला इमारतों पर भी दरारें दिखने लगीं, जिनमें सैकड़ों परिवार रहते हैं और बगल की वेलवेट अकादमी स्कूल में प्रतिदिन हज़ारों बच्चे पढ़ते है. दुर्घटना स्कूल-समय में होती तो जनहानि तय मानी जा रही थी. पटना के जिलाधिकारी, नगर आयुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक ने रात-भर कैंप कर हालात का जायज़ा लिया. राहत-दल गड्ढा भरने के लिए पटना के बालू कारोबारियों से तुरन्त रेत मंगवा रहा है. अनुमानित नुकसान 5 करोड़ रुपये के पार जा चुका है.

नगर निगम पर उठ रहे है कई सवाल

स्थानीय लोगों का आरोप है कि बोरिंग रोड जैसे घनी बस्ती वाले क्षेत्र में इतना गहरा बेसमेंट खोदने की अनुमति पटना नगर निगम ने आखिर दी ही कैसे. बिल्डर व साइट इंजीनियर फ़रार बताए जा रहे है.लोग मौके पर ही नारेबाज़ी करते दिखे.छोटे दुकानदारों को तो हफ्ता-भर पहले अतिक्रमण कहकर हटाया था, फिर करोड़ों की इस इमारत का नक़्शा किसने पास किया?NDRF-मुख्य अधिकारी ने बताया कि अभी प्राथमिकता आस-पास की इमारतों को स्टील स्ट्रट लगाकर सहारा देने और गड्ढे को युद्धस्तर पर भरने की है. नगर निगम ने जांच समिति गठित की है जो एक सप्ताह में ज़िम्मेदार अफ़सरों और बिल्डरों की जवाबदेही तय करेगी.