कटिहार(KATIHAR):प्यार एक ऐसा खुबसूरत एहसास है जब दो लोगों को हो जाता है तो फिर इसमें ना तो जात-पात दिखता है और ना ही देश की सीमाएं.दिखता है तो बस अपने महबूब का चेहरा और उसके साथ रहने के हसीन सपने.कुछ ऐसा ही अनोखा प्रेम प्रसंग देखने को मिला है बिहार के कटिहार जिले में, जहाँ रूस की रहने वाली एक युवती ने भारतीय परंपराओं को अपनाते हुए मंदिर में सात फेरे लेकर कटिहार के युवक की जीवनसाथी बनने का फैसला किया.
इलाके में खूब हो रही है चर्चा
पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के दुर्गास्थान इलाके का है, जहाँ एक मंदिर में हुए इस खास विवाह ने पूरे इलाके का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.रूस की युवती अनास्तासिया और कटिहार के अनुभव शाश्वत की यह प्रेम कहानी साल 2017 में शुरू हुई थी. जब अनुभव मेडिकल की पढ़ाई के लिए रूस गए थे. वहीं मेडिकल कॉलेज में दोनों की मुलाकात हुई और दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई.
कई साल पुरानी है इनकी प्रेम कहानी
इस प्रेम की गहराई ने कोरोना काल की कठिनाइयों को भी पीछे छोड़ दिया. एक ओर दुनिया महामारी से जूझ रही थी, दूसरी ओर यह जोड़ी अपने रिश्ते को जीवन भर के बंधन में बांधने की तैयारी में थी. हालांकि, दो अलग-अलग देशों से ताल्लुक रखने के कारण उन्हें कई सांस्कृतिक और पारिवारिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन अनुभव ने हार नहीं मानी.
इस तरह हो गया दो संस्कृतियों का मिलन
अनुभव ने अनास्तासिया को भारत लाकर यहाँ की संस्कृति, भाषा और जीवनशैली से परिचित कराया. परिवार से मिलवाया, मंदिरों में दर्शन करवाया और भारतीय रीति-रिवाज सिखाए.अंततः कटिहार के दुर्गास्थान मंदिर में दोनों ने हिन्दू परंपरा के अनुसार सात फेरे लिए, जिसमे परिवार और करीबी मित्रों ने शिरकत की.
काफ़ी ख़ुश है दूल्हे के परिवार वाले
इस अनोखी शादी के गवाह बने लोगों के अनुसार, यह केवल दो दिलों का नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों का मिलन है. अनुभव के माता-पिता बेटे की पसंद और बहू की भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था को देखकर बेहद खुश है.
सोशल मीडिया पर खूब हो रही है तस्वीरें वायरल
अनुभव शाश्वत मूल रूप से मनिहारी प्रखंड के नवाबगंज के निवासी है.उनकी यह शादी न सिर्फ इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोग इस प्रेम कहानी की तारीफ करते नहीं थक रहे.इस प्रेम कहानी ने एक बार फिर साबित कर दिया है सच्चा इश्क वाकई में हर सीमा को पार कर जाता है.
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