जमशेदपुर - जिले की लड़कियों को जिले के ही लोगों की मदद से देश के अलग अलग राज्यों में बेचने का अवैध धंधा उजागर करने में जमशेदपुर पुलिस को सफलता मिली है।दरअसल यह मामला तब सामने आया जब जिले के गुड़ाबांधा थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव के एक ग्रामीण उपेंद्र सबर द्वारा थाने में अपनी बच्ची को बेचने की शिकायत 5जनवरी को दर्ज कराई गई। इसी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मध्य प्रदेश समेत देश के अलग अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर एक महिला समेत पांच मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने तीन लड़कियों को भी बरामद किया है.जबकि दो लड़कियों की तलाश के लिए पुलिस की एक टीम बाहर कैंप की हुई है। गिरफ्तार किए गए तस्करों में गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र के हटियापाटा गांव निवासी बालेश्वर मुंडा, मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिला निवासी कुबेर सिंह परिहार, पप्पू परिहार, मंटू गोस्वामी और महिला मकड़ी राठौड़ शामिल हैं. मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन ने बताया कि 5 जनवरी को उपेंद्र सबर द्वारा थाना में शिकायत की गई कि बालेश्वर मुंडा द्वारा उनकी बेटी को नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर मध्य प्रदेश में बेच दिया गया है. इस सूचना के आधार पर डीएसपी मुसाबनी चंद्र शेखर आजाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जिसने जांच शुरू की और 5मानव तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसएसपी ने बताया की बालेश्वर मुंडा उड़ीसा के एक व्यक्ति के साथ मिलकर इलाके की लड़कियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर और तरह तरह के सब्जबाग दिखाकर ले जाता है और उसे कई राज्यों में बेच देता है. उपेंद्र सबर की बेटी के अलावा चार लड़कियों को बालेश्वर मुंडा चूड़ी की फैक्ट्री में काम करने के लिए ले गया और वहां एक होटल में रखकर उनके मोबाइल छीन लिए ताकि वे लोग घर से संपर्क न कर पाएं. सभी लड़कियों को 90 हजार से लेकर छह लाख में बेचा दिया गया. पुलिस ने एक लड़की को राजस्थान से बरामद किया है जहां उसे बेच दिया गया था। अन्य दो लड़कियों को भी पुलिस जल्द ढूंढ निकलेगी.बरामद की गई 3 लड़कियों में से एक नाबालिक है।वहीं गिरफ्तार 5लोगों में से एक महिला है जिसने पूछताछ में बताया कि वह पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा की रहनेवाली है जो 25साल पहले शादी के बाद मध्यप्रदेश चली गई थी।एस एसपी ने बताया कि लड़कियों को इसी महिला की मदद से बेचने का काम किया जाता था।
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