सिमडेगा(SIMDEGA): राज्य में लगातार लड़कियों, महिलाओं और नाबालिगों के साथ दुष्कर्म और अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला सिमडेगा जिला के कुरडेग थाना क्षेत्र का है. यहां एक अधेड़ व्यक्ति ने मानसिक रूप से कमजोर युवती को जान से मारने व चाकू का भय दिखाकर दुष्कर्म का करने का मामला सामने आया है. इसके बाद परिजनों ने अधेड़ व्यक्ति पर आरोप लगाते हुए थाना में मामला दर्ज कराया.
कुरडेग थाना क्षेत्र निवासी पीड़िता के पिता ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि उसकी 27 वर्षीय बेटी मानसिक रूप से कमजोर है. पड़ोस के मोहल्ला निवासी अधेड़ व्यक्ति ने जान से मारने व चाकू का भय दिखाकर मारपीट करते हुए मुंह में कपड़ा डालकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. वहीं, इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कुरडेग पुलिस, सिमड़ेगा डीएसपी और महिला थाना प्रभारी कुरडेग थाना पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट चुकी है. वहीं, बात अगर पूरे राज्य की करें तो राज्य की स्थिति की काफी खराब हैं.
2021 आकड़ों के अनुसार झारखंड में हर छः घंटे में लूटी जाती है एक लड़की की इज्जत, साल में 1425 मामले दर्ज
दुष्कर्म के मामलों में झारखंड देश में 8वें नंबर पर है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. इस रिपोर्ट में झारखंड में 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार औसतन हर छः घंटे में दुष्कर्म की एक घटना हो रही है. हालांकि ये वो आंकड़े हैं जो पुलिस के पास रजिस्टर्ड हुए है और आप सभी को पता कि इस तरह की अपराध के बाद बड़ी संख्या में मामले पुलिस तक नहीं पहुंच पाते है.
एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दुष्कर्म की सर्वाधिक घटनाएं राजस्थान में 6337, मध्यप्रदेश में 2947, उत्तर प्रदेश में 2845, महाराष्ट्र में 2496, असम में 1733, हरियाणा 1716 और उड़ीसा में 1456 प्रकरण दर्ज हुए हैं. वहीं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में सबसे अधिक 1250 दुष्कर्म की घटनाएं हुई है. इसके अलावा झारखंड में महिलाओं पर हमला के 164 मामले, दहेज मामले 1805 और रेप की कोशिश के 164 मामले दर्ज किये गये हैं. वहीं, 55 मामले गैंगरेप के और 46 ऐसे मामले दर्ज किये गये जिसमें पीड़िता को दुबारा दुष्कर्म का शिकार बनाया गया. वर्ष 2021 में दुष्कर्म मामले में 720 लोगों को सजा सुनाये गये, जिसमें 703 पुरुष और 17 महिला आरोपी शामिल है.
इस उम्र की महिलाएं झारखंड में सबसे ज्यादा होती हैं शिकार
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े के अनुसार 18 से 30 साल की महिलाएं झारखंड में असुरक्षित हैं. दरअसल, साल 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किये गये, जिसमें 901 मामले में पीड़िता 18 से 30 उम्र की महिला और युवतियां दुष्कर्म की शिकार हुई थी. वहीं, 6 से 12 उम्र के 2 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 12 से 16 उम्र के 16 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 16 से 18 उम्र के 231 को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 30 से 45 उम्र के 218 महिलाओं को दुष्कर्म की शिकार हुई, 45 से 60 उम्र के 10 महिलाओं को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, इतना ही नहीं 60 से ऊपर उम्र की एक बुजुर्ग महिला को भी दुष्कर्म का शिकार बनाया गया.
कॉपी - विशाल कुमार , रांची / सिमडेगा से अमित कुमार की रिपोर्ट.
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