रांची(RANCHI): नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षाबल के जवानों का एक्शन तेज है. जिस सारंडा को उग्रवादी अपने लिए सबसे सेफ मान रहे थे. यही जंगल अब उनके लिए काल बन गया.जंगल में खुद नक्सली घिर गए है और बड़े माओवादी जंगल में भाग रहे है. नक्सलियों को उम्मीद नहीं थी की जिसे अपने सबसे सुरक्षित ठिकाना मान रहे थे वह उनके लिए काल सा बन जाएगा. अब नक्सलियों को आखरी उम्मीद थी की बरसात में अभियान रुकेगा और सभी जंगल से निकल जाएंगे. लेकिन नक्सलियों के खिलाफ बरसात में अभियान और तेज कर दिया गया. जवानों की तैनाती पहले के मुताबिक ज्यादा कर दी गई.

अब सारंडा को नक्सल मुक्त करने के लिए खुद DGP अनुराग गुप्ता ने एक्शन प्लान बनाया है. उन्होंने बताया कि झारखंड के सभी इलाकों में नक्सली खत्म हो गए. अब सिर्फ सारंडा बचा है. यहां भी हर दिन कामयाबी मिल रही है. नक्सलियों के बंकर और बारूदी जाल को धवस्त करते हुए जवान आगे बढ़ रहे है. यह पहली बार हुआ है कि जवान बरसात में और भी तेजी से अभियान को चला रहे है. आम तौर पर बरसात में अभियान को रोका जाता था या फिर धीमा हो जाता. लेकिन इस बार जवान जीत कर वापस लौटेंगे.

बता दे कि सारंडा का जंगल बेहद घना है. और इसे बारूदी जंगल भी लोग बोलते है. क्योंकि इस जंगल में कदम कदम पर जमीन के अंदर प्रेस IED  का जाल बिछा हुआ है.इस IED को भी नक्सली अपने लिए सुरक्षा कवच मान कर चल रहे थे. लेकिन इसे भी जवानों ने नष्ट कर दिया. बीते 20 दिन में सैकड़ों प्रेसर बम बरामद किए गए है. जिसके बाद सभी को जंगल में नष्ट किया गया.