रांची(RANCHI): झारखंड के युवाओं को आखिर क्या हो गया है. जब सुबह उठो झारखंड की बेटी की चीख पुकार अखबारों और न्यूज चैनलों की सुर्खिया बनी हुई है. हर दिन झारखंड के किसी ना किसी थाना क्षेत्र से बेटी के साथ दरिंदगी का मामला सामने आ रहा है. बेटी चीख रही है अपने इंसाफ के लिए थाना पहुँच रही है. आखिर बेटी कैसे सुरक्षित होंगी जब उनके आसपास के युवक-दोस्त-ग्रामीण ही दरिंदे बन जाएं. पिछले एक सप्ताह में कई ऐसे मामले सामने आए है. जिससे बेटियाँ डर के साये में जी रही हैं.
झारखंड में दुमका की बेटी को सनकी प्रेमी ने पेट्रोल डाल कर मार डाला, तुपुदाना में नाबालिग के साथ तीन नबलिगों ने रेप कर दिया , नरकोपी में भी कुछ यही हाल है. यहां एक 24 वर्ष के युवक ने दोस्त की बहन को हवस का शिकार बना लिया. कर्रा में भी एक नाबालिग के साथ बलात्कार किया और घटना के बारे में किसी को बताने पर जान मारने की धमकी दे दी. वहीं अब फिर जरियागढ़ थाना क्षेत्र सामने आया है, जहां नाबालिग ने नाबालिग लड़की के साथ दोस्ती की फिर दोस्ती के रिश्ते को शर्मशार कर दिया. युवक ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. लड़की डर से किसी को यह घटना के बारे में बता नहीं रही थी. जब माँ-बाप को शक हुआ तो बेटी से पूरी जानकारी ली और डॉक्टर पर गए तब वहां पता चला कि उसके कोक में चार माह का बच्चा है. तब उसके पिता लड़की को साथ लेकर जरियागढ़ थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया है.
2021 आंकड़ों के अनुसार झारखंड में हर छः घंटे में लूटी जाती है एक लड़की की इज्जत, साल में 1425 मामले दर्ज
दुष्कर्म के मामलों में झारखंड देश में 8वें नंबर पर है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. इस रिपोर्ट में झारखंड में 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार औसतन हर छः घंटे में दुष्कर्म की एक घटना हो रही है. हालांकि ये वो आंकड़े हैं जो पुलिस के पास रजिस्टर्ड हुए है और आप सभी को पता कि इस तरह की अपराध के बाद बड़ी संख्या में मामले पुलिस तक नहीं पहुंच पाते है.
एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दुष्कर्म की सर्वाधिक घटनाएं राजस्थान में 6337, मध्यप्रदेश में 2947, उत्तर प्रदेश में 2845, महाराष्ट्र में 2496, असम में 1733, हरियाणा 1716 और उड़ीसा में 1456 प्रकरण दर्ज हुए हैं. वहीं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में सबसे अधिक 1250 दुष्कर्म की घटनाएं हुई है. इसके अलावा झारखंड में महिलाओं पर हमला के 164 मामले, दहेज मामले 1805 और रेप की कोशिश के 164 मामले दर्ज किये गये हैं. वहीं, 55 मामले गैंगरेप के और 46 ऐसे मामले दर्ज किये गये जिसमें पीड़िता को दुबारा दुष्कर्म का शिकार बनाया गया. वर्ष 2021 में दुष्कर्म मामले में 720 लोगों को सजा सुनाये गये, जिसमें 703 पुरुष और 17 महिला आरोपी शामिल है.
इस उम्र की महिलाएं झारखंड में सबसे ज्यादा होती हैं शिकार
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े के अनुसार 18 से 30 साल की महिलाएं झारखंड में असुरक्षित हैं. दरअसल, साल 2021 में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज किये गये, जिसमें 901 मामले में पीड़िता 18 से 30 उम्र की महिला और युवतियां दुष्कर्म की शिकार हुई थी. वहीं, 6 से 12 उम्र के 2 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 12 से 16 उम्र के 16 नाबालिग को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 16 से 18 उम्र के 231 को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, 30 से 45 उम्र के 218 महिलाओं को दुष्कर्म की शिकार हुई, 45 से 60 उम्र के 10 महिलाओं को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया, इतना ही नहीं 60 से ऊपर उम्र की एक बुजुर्ग महिला को भी दुष्कर्म का शिकार बनाया गया.
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