गिरिडीह(GIRIDIH): शकील बिन हनीफ नामक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन से जुड़े 10 आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया. इससे पहले सभी आरोपियों का सदर अस्पताल में कोविड टेस्ट कराया गया. इन सभी आरोपियों के खिलाफ शहर के भंडारीडीह अंजुमन के सदर मोहम्मद तस्लीम ने जिहाद छेड़ने का आरोप लगाकर नगर थाना में केस दर्ज कराया है. जेल भेजे गए आरोपियों में मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद इरफान, मोदस्सिर, अफजल, मोहम्मद माज, मोहम्मद हानिश, मोहम्मद हैदर, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद तोसीफ और हसन शामिल है.
अंजुमन के सदर ने संगठन के इन 10 आरोपियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी आरोपियों ने शुक्रवार को दो नमाजी युवक तौकीर कौसर और सरफराज के साथ उस वक्त मारपीट की, जब दोनों शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा कर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान संगठन के कुछ लोगों ने इन दोनों को रास्ते में रोकते हुए इस्लाम के मानने वालों को पैगम्बर मोहम्मद की बजाय मेहंदी हसन को मानने का दबाव दे रहे थे, नहीं मानने पर ह'त्या कर देने तक की धमकी दी और संगठन के कुछ लोगों ने तौकीर कौसर और सरफराज के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान जब इनका विरोध मुहल्ले के लोगों ने किया तो सभी ने पथराव करना भी शुरू कर दिया. इस बीच नगर थाना पुलिस के आने के बाद मामला शांत हुआ.
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आपको बता दें कि शकील बिन हनीफ संगठन बिहार के दरभंगा जिला से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है और मेहंदी हसन को लेकर एक कट्टरपंथी इस्लामी संगठन के रूप में कार्यरत है. इससे पहले भी पुलिस ने इसी संगठन के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, अब तक पुलिस जांच में इस संगठन को लेकर कई बातें निकल कर सामने आई हैं. जिसमे संगठन से जुड़े लोग सिर्फ इस्लाम धर्म के लोगों को टारगेट किए हुए है, जो पैगम्बर मोहम्मद को मानते हुए उनका इबादत करते हैं, इस संगठन से जुड़े अनुयायियों का कहना है कि वो पैगम्बर मोहम्मद साहब को छोड़ कर मेहंदी हसन को मानें.
रिपोर्ट: दिनेश कुमार, गिरिडीह
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