रांची(RANCHI): झारखंड में नक्सलियों के खात्मे को लेकर सूबे के पुलिस मुखिया यानि DGP खुल कर बोलते है कि राज्य में अब उग्रवाद खात्मे की ओर है. नक्सली सिर्फ सारंडा में सिमट गए है. वहाँ भी एक से दो माह में खात्मा कर देंगे. लेकिन हेमंत सरकार के मंत्री ने मंच से सरकार को आईना दिखा दिया. विशेष पैकेज की मांग करते हुए यह कह दिया कि पलामू और गढ़वा उग्रवाद प्रभावित जिला है. अगर विश्वास नहीं होता तो पलामू से पुलिस पिकेट को हटा कर देख लीजिए. कितना नक्सली है यह जानकारी हो जाएगी.

दरअसल गढ़वा में NH  के उद्घाटन के मौके पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे है. इस दौरान राज्य सरकार के मंत्री राधा कृष्ण किशोर भी मंच पर मौजूद रहे. जब मंच से सम्बोधन कर रहे थे तो कई बिंदुओं पर केन्द्रीय मंत्री का ध्यान खींचा. साथ ही SRE का फंड मिलता था.विशेष पैकेज दिया जाता था. इसे बंद कर दिया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि पलामू गढ़वा में उग्रवाद खत्म हो गया. ऐसे में उन्होंने कहा कि 150 से अधिक पुलिस पिकेट मौजूद है. इसे हटा कर देख लीजिए. जानकारी हो जाएगी की पलामू में उग्रवाद की जड़ कितनी गहरी है.

अब अगर देखे तो हेमंत सरकार के अधिकारी के ही रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने पलामू को उग्रवाद मुक्त  माना है. किस जिला में नक्सली गतिविधि कितनी है. क्या पाँच साल में कोई बड़ी वारदात हुई या फिर कितने बड़े नक्सली कैडर मौजूद है. इसे लेकर जिला स्तर पर एक कमिटी की बैठक होती है. जिसमें जिला के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहते है. इसके आधार पर ही केंद्र काम करती है.