टीएनपी डेस्क(TNP DESK):मशहूर गायिका अलका याज्ञनिक की आवाज जितनी खूबसूरत है, उतनी वह देखने में भी सुंदर हैं. अलका याज्ञनिक ने हजारों गाने विभिन्न भाषाओं में गाए हैं. उन्हें कई सम्मान और पुरस्कार से भी नवाजा गया है. अलका याज्ञनिक को इस बात का श्रेय जाता है कि सुरों की मलिका दिवंगत लता मंगेशकर के बाद सबसे अधिक गाने उनके सुने जाते रहे हैं.

सबसे पहले अलका याज्ञनिक को 1980 में 'पायल की झनकार' फिल्म में गाने का मौका मिला

20 मार्च को उनका जन्मदिन है वह 56 वर्ष की हो गई है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता में उनका जन्म हुआ था. उनकी माता शास्त्रीय संगीत में निष्णात थीं. अलका याज्ञनिक की माता को बहुत शौक था कि उनकी बेटी सिंगर बने.महज 6 साल की उम्र में अलका याज्ञनिक आकाशवाणी केंद्र में गाने का कार्यक्रम में शामिल होने लगीं. 10 साल की उम्र में उनकी मां उन्हें लेकर मुंबई पहुंची. संगीत के क्षेत्र के कई लोगों ने उम्र के लिहाज से उन्हें थोड़ी और मैच्योरिटी आने की सलाह दी. फिल्म निर्देशक और अभिनेता राज कपूर ने भी मशहूर संगीतकार लक्ष्मीकांत को अलका याज्ञनिक को गाने का अवसर देने को कहा था. लक्ष्मीकांत ने अलका याज्ञनिक की मां को बेटी के थोड़ी और बड़ी होने का इंतजार करने को कहा ताकि उसकी आवाज अच्छी तरह से निखर पाए. अलका की मां को जिद थी कि उनकी बेटी मशहूर पार्श्व गायिका बने. इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की और अपने साथ जगह जगह पर उन्हें ले जाती थीं. सबसे पहले अलका याज्ञनिक को 1980 में 'पायल की झनकार' फिल्म में गाने का मौका मिला.

80 और 90 के दशक में अलका याज्ञनिक ने सैकड़ों सिंगल और डुएट गाने गाए

अलका याग्निक की आवाज में वह भोलापन और नजाकत देखने को मिली यह बहुत कम सिंगर में देखने को मिलती है. अलका याज्ञनिक ने मोटे तौर पर चार दशक तक फिल्म इंडस्ट्री में अपनी आवाज को सुरों में ढालती रही हैं. 80 और 90 के दशक में अलका याज्ञनिक ने सैकड़ों सिंगल और डुएट गाने गाए हैं. मशहूर अभिनेत्रियों को उन्होंने आवाज दी है. तेज़ाब फिल्म का गाना ' एक दो तीन चार पांच छह सात आठ' गाना से उनका फिल्म इंडस्ट्री में जादू चल गया. 'खलनायक' का गाना 'चोली के पीछे क्या है' से लोग उनके दीवाने हो गए. कुमार सानू और उदित नारायण के साथ उनके गाने काफी प्रसिद्ध हुए उन्होंने एल्बम में भी काम किया है.

जन्मदिन पर फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने दी बधाई

अलका याज्ञनिक ने लगभग 1000 फिल्मों में पार्श्व गायन का काम किया है. विभिन्न भाषाओं को लेकर उनके गानों की संख्या 20000 से अधिक हैं. जन्मदिन के मौके पर उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के लोग बधाई दे रहे हैं. आजकल अलका याज्ञनिक विभिन्न चैनलों में गायन प्रतिस्पर्धा से जुड़े कार्यक्रमों में जज की भूमिका निभा रही हैं. उनका यूट्यूब चैनल प्रसिद्ध है.