टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अपनी गंभीर अदारकारी के लिए मशहूर अभिनेत्री सुचित्रा सेन ने फिल्मी दुनिया में बड़ा योगदान दिया है. बांग्ला और हिंदी फिल्मों में उन्होंने बेहतरीन फिल्मी दी हैं. सुचित्रा सेन भारत की पहली अभिनेत्री हैं जिन्हें अंतरर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सम्मानित किया गया.
बांग्लादेश के पावना में 6 अप्रैल ,1931 को सुचित्रा सेन का जन्म हुआ. आरंभ में उन्होंने बांग्ला फिल्मों में काम किया. उन्होंने बांग्ला फिल्म के अभिनेता उत्तम कुमार के साथ बहुत सारी फिल्में कीं. उत्तम कुमार और सुचित्रा सेन की जोड़ी काफी मशहूर हुई.
सुचित्रा सेन की जयंती पर विशेष
हिंदी फिल्मों में उन्होंने एक से फिल्में दी हैं.'आंधी, ममता, सरहद, बम्बई का बाबू, देवदास' जैसी फिल्मों में उन्होंने बेहतरीन काम किया. उनकी फिल्मों के गाने खूब प्रसिद्ध हुए .'तुम आ गये हो नूर आ गया है, तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा तो नहीं,रहे ना रहें हम महका करेंगे,चल री सजनी अब क्या सोचे ' जैसे खूबसूरत गाने उनकी फिल्मों में चार चांद लगाए हैं.
2014 में हुआ निधन
सुचित्रा सेन की पुत्री मुनमुन सेन भी कई फिल्मों में काम की हैं. हिंदी के अलावा उन्होंने बांग्ला फिल्मों में भी काम किया है.लेकिन मां की तरह वह बहुत सफल नहीं रही हैं. उनका निधन 2014 में हो गया है जयंती के मौके पर उन्हें फिल्मी दुनिया के लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
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