टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश में चल रहे फिल्मों के बॉयकॉट कल्चर से पूरा हिन्दी फिल्मी जगत परेशान है. आमिर खान और करीना कपूर की हालिया रिलीज फिल्म लाल सिंह चड्डा इस बॉयकॉट कल्चर की शिकार हुई है. इससे फिल्म से जुड़े सभी कलाकार परेशान हैं. इस बॉयकॉट कल्चर पर फिल्म से जुड़े अलग-अलग लोग अलग-अलग राय रखते हैं. इस बारे में पंकज त्रिपाठी ने भी अपनी बात रखी है. अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने कहा कि लोगों को अपनी राय देने का अधिकार है, क्योंकि हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं.
एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने फिल्मों के बीच संबंध और समाज की बेहतरी के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मुझे और सबको अपना बात रखने का अधिकार है. लेकिन साथ ही, फिल्में एक बड़ा माध्यम हैं जो सरकार को राजस्व उत्पन्न कराती हैं. इस राजस्व का उपयोग समाज की बेहतरी के लिए किया जाता है. लेकिन, सहमती हो या नहीं, यह प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है.
“बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा" हो रहा ट्रेंड
बता दें कि आमिर खान अभिनीत फिल्म लाल सिंह चड्ढा का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से "बॉयकॉट लाल सिंह चड्ढा" ट्रेंड कर रहा है. फिल्म रिलीज होने के बाद भी यह सिलसिला जारी रहा और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर महज 10 करोड़ रुपये के साथ ओपनिंग की. हिंदू संगठन सनातन रक्षक सेना के सदस्यों के उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के साथ देश के कई क्षेत्रों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
करीना कपूर ने कही थी ये बात
करीना कपूर खान, जो फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, उन्होंने पहले चल रहे कैंसिल कल्चर के बारे में बात की थी. सिद्धार्थ कन्नन से बात करते हुए करीना ने कहा था कि लोगों को इस फिल्म का बहिष्कार नहीं करना चाहिए. यह इतनी खूबसूरत फिल्म है. और मैं चाहती हूं कि लोग मुझे और आमिर (खान) को पर्दे पर देखें. तीन साल हो गए हैं, हमने बहुत लंबा इंतजार किया है. तो, कृपया इस फिल्म का बहिष्कार न करें, क्योंकि यह वास्तव में अच्छे सिनेमा का बहिष्कार करने जैसा है और लोगों ने इस पर कितनी मेहनत की है. ढाई साल से इस फिल्म पर 250 लोगों ने काम किया है.
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