रांची(RANCHI): झारखंड में छात्रों को सरकारी नौकरी कब मिलेगी यह अब सिर्फ एक सवाल नहीं बल्कि पहेली बन चुकी है, जो सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. स्थिति ये है की झारखंड कर्मचारी चयन आयोग और झारखंड लोक सेवा आयोग दोनों की ही परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठते आए हैं. 

अब JPSC की ही बात करें तो झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा बीते साल हुई और परीक्षा के परिणाम भी प्रकाशित हो चुके हैं पर फिर भी इस परीक्षा की पेंच फंसी हुई है. झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की परीक्षा बीते साल 2024 में दो चरणों में हुई थी. प्रीलिम्स परीक्षा 17 मार्च 2024 को हुई थी और मेंस परीक्षा 22 जून से 24 जून 2024 तक ली गई थी. ऐसे में प्रीलिम्स का परिणाम प्रकाशित हुआ, लेकिन मेंस के परिणाम पर आकर मामला अटक गया है. जून 2024 में मेंस परीक्षा हुई थी, और करीबन 11 महीने से भी अधिक का समय बीतने पर परिणाम प्रकाशित हुआ था. इसके कुछ ही दिनों बाद इंटरव्यू की तारीख निकली, और इंटरव्यू हुआ भी, पर सवाल यहाँ ये है की जब कट ऑफ मार्क्स ही जारी नहीं हुए हैं तो इंटरव्यू की प्रक्रिया कैसे हो गई.

इधर दूसरी ओर JSSC CGL की परीक्षा भी बीते साल सितंबर में 21 और 22 तारीख को 3 बैठक में ली गई थी. इसके बाद लगातार पेपर लीक मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. ऐसे में इन विरोधों के बाद भी परीक्षा के परिणाम प्रकाशित हुए और दूसरी तरफ छात्रों के द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी. बाद में मामले की जांच सीआईडी के हाथों में सौंपी गई और जांच में सीआईडी को परीक्षा के तहत पेपर लीक के कई साक्ष्य मिले हैं, साथ सीआईडी ने करीबन एक दर्जन से अधिक लोगों को मामले में गिरफ्तार किया है और आगे भी जांच जारी है. इन मामलों के मद्देनजर संशय अब भी वहीं है की सरकारी नौकरी आखिर कब मिलेगी.