धनबाद(DHANBAD): धनबाद में आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए )का आज जिला स्तरीय सीएमई हुआ, जिसमें बाहर से भी विशेषज्ञ चिकित्सक आए और अपनी  जानकारी और अनुभव को साझा किया.  इसी क्रम में रांची के पारस अस्पताल के डॉक्टर भी धनबाद पहुंचे. पारस अस्पताल के डॉक्टर संजय कुमार और डॉक्टर रमेश ने धनबाद में अपने अनुभव को साझा किया.  The Newspost से बात करते हुए डॉ संजय कुमार ने कहा कि ट्रॉमा  के केस में फर्स्ट ऐड किसी भी मरीज को देना अस्पताल की जिम्मेवारी है, अगर कोई भी अस्पताल इससे इनकार करता है तो वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करता है और उस पर कार्रवाई हो सकती है.

अमूमन कोई भी दुर्घटना होने के बाद लोग किसी को भी नजदीक के अस्पताल में ले जाते हैं, अस्पताल में मरीज की स्थिति जब स्थिर हो जाती है तभी उसे कहीं बाहर रेफर किया जाता है. पारस अस्पताल के डॉक्टर रमेश ने कहा कि आज यहां आयोजित सीएमई में उन्होंने अपने अनुभव को साथी डॉक्टरों के साथ साझा किया. यह बात तो स्वीकार करनी होगी कि पिछले 10 साल में धनबाद, झारखंड में चिकित्सा का दायरा बढ़ा है. लेकिन, अभी बहुत कुछ करना बाकी है. उन्होंने कहा कि इलाज कर रहे डॉक्टर के लिए यह बात बहुत ही जरूरी है कि किस समय, किस परिस्थिति में और कब मरीज को हायर सेंटर के लिए रेफर करना है, जिससे कि हायर सेंटर वालो को जान बचने में सहूलियत हो.

रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश, धनबाद