टीएनपी डेक्स(TNP): विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम ग्रेब्रेयेसस ने मंगलवार को कहा है कि मंकीपॉक्स का वैश्रिवक प्रकोप स्पष्ट रूप से असामान्य और चितांजनक है. बता दें कि ग्रेबेयेसस ने अगले सप्ताह एक आपातकीलीन समिति की बैठक बुलाई है. (WHO)  के एक प्रमुख सलाहकार ने कहा था कि यूरोप और उसके बाहर मंकीपॉक्स का पॅकोप स्पेन और बेल्जियम में देखने को मिला है.बता दें कि इसकी बड़ी वजह शारीरिक संबंध बताया जा रहा है. और ये ऐसे देश है, जहां इस तरह की कोई बीमारी पहले कभी नही थी. इस बैठक में आंकड़ा किया जाएगा कि क्या मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल है, या नहीं. बता दें कि ग्रेबेयेसस ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया हैं कि इस साल अब तक डब्ल्यूएचओ को 39 देशों से मंकीपॉक्स के 1,600 से अधिक पुष्टि हुई है. और लगभग 1,500 संदिग्ध मामलों की जानकारी दी गई है. बता दें कि एलएनजी  के डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार बताते हैं कि मंकीपॉक्स स्मॉल पॉक्स से अलग है.

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मंकीपॉक्स एक अति दुलर्भ बीमारी

जो जानवरों से मनुष्य में फैलने वाले वायरस के कारण होती है. बता दें कि मंकीपॉक्स का जो वायरस है, वह एक डीएनए वायरस है. जिसका संबंध ऑर्थों पॉक्सवायरस जींस से है. लेकिन इस वायरस का परिवार पॉक्सविरेड परिवार से संबंध रखता है. रिर्सच का मानना हैं, कि यह वायरस चूहों, गिलहरियों, बुश मीय, गेम पिया ,पाउच वाले चूहे में पाया जाता है.

सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनें

बता दें कि इस पर रिर्सच जारी है, लेकिन प्राथमिक रुप से इन्हीं जानवरों के प्रजातियों में पाया जाती है. और यह बीमारी बड़ी आसानी से फैलती है. इसका संक्रमण दर भी काफी तेज है. बता दें कि यदि किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स हो तो उससे 2 गज दूरी बनाएं रखे और मास्क अवश्य पहनें. 1958 में मंकीपॉक्स का संक्रमण बंदरों में पता चला था. बता दें कि मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है, जो चेचक के सामान तो है, लेकिन उससे कम गंभीर है. मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंघित है. 2 चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था. उनमे से एक मंकीपॉक्स था. बता दें कि बीमारी का कोई प्रमाणिक इलाज नहीं पाया गया है. डॉक्टर सुरेश ने बताया  कि इस बीमारी से बचने के लिए जरुरी है कि आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें. और  अपने आसपास साफ- साफाई हाइजीन वाला वातारण बनाए रखें और साथ ही संक्रमित व्यक्ति से बहुत दूर रहे. बता दें कि यह संक्रमण 5 से 13 दिन तक रहता है. लेकिन इसकी अवधी 5 से 21 दिन की भी हे सकती है. इसके लक्षण के बात करे तो बुखार आना, तेज सिर्र दर्द होना, पीठ दर्द मांसपेशियों में दर्द , कमजोरी महसूस करना, लिंफ नोड्स की सूजन माने जाते है. मंकीपॉक्स में स्किन रैशेज की समस्या भी होती है, और चेहरे, हाथ पांव पर ब्लिस्टर्स आने लगते है. इसमें चेहरे और हाथ के लिए और पैरों के तलवे ज्यादा प्रभावित होती है.मंकीपॉक्स में 10 फीसदी मौत होने की संभावना है. ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के केस पुरुषों में मिल रहे है. यूपी सरकार मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट है. नए प्रभावित देशों में किसी की जान नहीं गई.