रांची(RANCHI): झारखंड की राजधानी रांची स्थित सदर अस्पताल का नाम राज्य के टॉप सरकारी अस्पतालों में आता है. इस अस्पताल में महिला एवं शिशु रोग के इलाज की विशेष व्यवस्था है. इसके साथ ही कई सेवाएं मरीजों को निशुल्क या बहुत कम कीमत पर दी जाती है. लेकिन फिलहाल सदर अस्पताल अपनी व्यवस्था या कुव्यवस्था को लेकर चर्चा में नहीं है. दरअसल मामला यह है कि रांची सदर अस्पताल में चूहों का आतंक कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. जिससे इलाज कराने आए मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
चूहे ना सिर्फ सदर अस्पलात के किचेन में मरीजों के भोजन के लिए रखे चावल, आटा, सब्जी को बर्बाद कर रहे हैं. बल्कि दवाईयां, स्लाइन की बोतलें और यहां तक कि महंगी पैथोलॉजिकल जांच की मशीनों के भी तार काट दे रहे हैं. इसकी वजह से इलाज के लिए आए मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि पिछले दिनों ही बीटा थैलेसीमिया की जांच के लिए लाखों रुपये खर्च कर खरीदी गई HPLC( हाई प्रेशर लिक्विड क्रोमैटोग्राफी) मशीन के अंदर के तार को चूहों ने इस कदर तहस नहस किया कि सदर अस्पताल(Ranchi Sadar Hospital) के पैथोलॉजी विभाग के हेड को मशीन आपूर्ति कंपनी को आग्रह कर विशेष रूप से इंजीनियर को बुलाना पड़ा.
पैथोलॉजी विभाग के हेड डॉ बिमलेश सिंह ने बताया कि चूहों का आंतक काफी बढ़ गया है. पहले हम दवा का इस्तेमाल करते थे. लेकिन उससे भी काम नहीं चला अब हम शीशे और अल्यूमिनियम के विशेष बॉक्स बनवा रहे हैं ताकि उसमें कीमती और जरूरी पैथोलॉजिकल जांच मशीनों को रखा जा सके.
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