सरायकेला- खरसावां ( SARAIKELA-KHARSAVAN)- सीएम हेमंत सोरेन ने नए साल के पहले दिन खरसावां गोलीकांड के शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री जोबा मांझी, मंत्री बन्ना गुप्ता,  विधायक दीपक विरुआ, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व सीएम मधु कोड़ा, विधायक सुखराम उरांव, निरल पूर्ति,दशरथ गागराई सहित डीसी-एसपी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

सीएम हेमंत सोरेन ने 16 करोड़ की लागत से शहीद पार्क बनाने की घोषणा की, साथ ही खरसावां शहीद स्थल पर इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए हाईटेक डिस्प्ले सिस्टम भी लगाने की घोषणा की. आने वाले दिनों में खरसावां शहीद स्थल को विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल बनाने की पहल की जाएगी. जैसा कि जालियांवाला बाग तथा अन्य शहीद स्थल पर होता है. करीब 16 करोड़ की लागत से यहां आधारभूत संरचना व अत्याधुनिक सुविधा का विकास होगा. जिसमें लोगों के रहने, ठहरने तथा शहीद स्थल की सुविधा और खूबसूरती को बढ़ाने का प्रयास होगा. 

द न्यूज पोस्ट की सटीक खबर 

2 दिन पूर्व द न्यूज पोस्ट की खबर में यह बताया गया था कि 1 जनवरी 2022 को खरसावां शहीद स्थल पर सीएम हेमंत सोरेन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद इस शहीद स्थल को विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल बनाने हेतु 16 करोड की योजना की घोषणा करेंगे. आज सीएम हेमंत सोरेन ने मीडिया को संबोधित करते हुए खरसावां शहीद स्थल को विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल बनाने हेतु करीब 16 करोड़ की योजना की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में खरसावां शहीद स्थल को विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल बनाने की पहल होगी. जिसके तहत कई आधारभूत संरचना और सुविधाओं का इजाफा होगा. 16 करोड़ की योजना में यहां आने वाले लोगों की जानकारी हेतु खरसावां शहीद स्थल के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए हाईटेक डिस्प्ले सिस्टम लगाया जाएगा. 

शहीद परिवारों को नौकरी में 5% का क्षैतिज आरक्षण


एक जनवरी 1948 में घटित खरसावां गोलीकांड के करीब 73 वर्ष के बीच शहीद पार्क का सौंदर्यीकरण व सुविधा बहाल करने का तो काम हुआ मगर अब तक केवल दो ही शहीदों को सम्मान मिला है. अधिकतर शहीदों को चिन्हित करने का काम अब तक सरकार नहीं कर पाई है. शहीद स्वर्गीय डोले सोय के आश्रित बिट्टूराम सोय तथा शहीद स्वर्गीय सिंगराय बोदरा के आश्रित नंदू बोदरा को एक एक लाख रुपया सम्मान के तौर पर दिया गया है. इस प्रयास के पहले और बाद में अब तक कोई वैसा कारगर प्रयास नहीं हुआ. इस बारे में पूछे जाने पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड बनने के 20 सालों तक शहीदों को चिन्हित करने के नाम पर धोखा ही दिया गया. लेकिन अब उनकी सरकार शहीदों व आंदोलनकारियों को चिन्हित करने के लिए चिन्हितीकरण आयोग को और बेहतर बनाई है. जिसके तहत शहीदों व आंदोलनकारियों की पहचान कर सम्मान देने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा शहीद परिवारों को रोजगार में 5% क्षैतिज आरक्षण देने का काम शुरू किया गया है.