हजारीबाग(HAZARIBAG): विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 9 वें दीक्षा समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल रमेश बैस बेटियों की उपस्थिति देकर गदगद हो गए.  मंच पर पहुंचते ही कहा कि यहां बड़ी संख्या में बेटियां दिख रही हैं. यही नया भारत है.  जो अपनी क्षमता, दक्षता और प्रतिबद्धता से विकास की नई इबादत लिख रही हैं. हमारी बेटियां पढ़ रही हैं बढ़ रही हैं. नए समाज का अध्याय लिख रही हैं. हालांकि, इस दौरान कुलाधिपति ने इस दौरान उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर चिंता भी जताई.  कहा कि केवल डिग्री बांटने का काम विश्वविद्यालय नहीं करें.  उच्च शिक्षा के बच्चे बाहर और विदेश क्यों जा रहे हैं इसपर चिंतन करना होगा.  इसके कारणों को जानना होगा.  इस दिशा में काम करना होगा.  हर स्तर में सुधार लाना होगा ताकि विश्व के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानाओं में हमारे संस्थानाओं की गणना हो सकें. उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने सपने को जिंदा रखें.  अगर आपके सपनों की चिंगारी बूझ गई है तो इसका मतलब यह नहीं है जीवन ने हार मान ली है.  चुनौतियों से भागना नही है.

 मुसीबतों को निमंत्रण देना है कि ताकि आप लड़ सकें, आगे बढ़ सकें.  कार्यक्रम के दौरान कुलाधिपति ने 200 विद्यार्थियों को उपाधि दी, जिसमें 50 गोल्ड मेडल थे.  बड़ी बात यह थी कि इन 50 टापरों में 35 बेटियां थीं.  उपाधि को लेकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह था.  डेंटल साइंस की गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली प्रकृति जग्गी तो विदेश से उपाधि प्राप्त करने आई थी.  इससे पूर्व कुलाधिपति ने विभावि परिसर में संत विनोबा की प्रतिभा पर माल्यार्पण किया.  मांदर की थाप स्वागत के साथ मंच पर पहुंचे थे.  बीएसएफ के बैंड की ओर उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया.

कार्यक्रम के दौरान विषय प्रवेश कुलपति डा. मुकुल नारायण देव ने कराया.  कुलपति ने विभावि की उपलब्धि बताई और आगामी योजना के बारे में बताया.  कहा कि कई नए महाविद्यालय की स्थापना होनी है.  जल्द ही साइबर, डिफेंस सिस्टम की पढ़ाई यहां प्रारंभ होगी.  बताया कि विभावि राज्य का पहला विश्वविद्यालय है जो ग्रीन एनर्जी से चलती है.  विभावि में डिजिटल मोड पर पढ़ाई चल रही है. मंच का संचालन कुलसचिव डा. वीरेंद्र गुप्ता ने किया.  दीक्षा समारोह में सत्र 2017 से 2021 के विद्यार्थियों को उपाधि दी गई.

रिपोर्ट :राकेश कुमार,हजारीबाग