लातेहार (LATEHAR) : नक्सलियों का सहयोगी बता कर आदिवासी युवक के साथ मारपीट मामले में एक माह बाद भी थानेदार पर कार्रवाई नहीं हो सकी है. पुलिस के रवैये से नाराज आदिवासी युवक ने लातेहार कोर्ट में शिकायत वाद केस थाना प्रभारी पर दर्ज कराया है.
बता दें कि इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आदेश पुलिस कप्तान को दिया था. बावजूद इसके एक माह बाद भी किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. घटना से आदिवासी समाज के लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश है. इस मामले में लातेहार महासभा ने राज्य सरकार से से मांग किया है कि थाना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मियों पर SC-ST अत्याचार निवारण अधिनियम समेत अन्य धाराओं तहत प्राथमिकी दर्ज हो. वहीं भुक्तभोगी अनिल सिंह को पर्याप्त मुआवज़ा मिले. महासभा के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान बेकसूर गांव के लोगों को पुलिस परेशान करती है.
23 फरवरी आदिवासी युवक की पुलिस ने की थी पिटाई
गारू थाना प्रभारी व अन्य दो पुलिस कर्मियों द्वारा नक्सलियों का सहयोगी बता कर गांव से थाना ले जाकर अनिल सिंह की बेरहमी से पिटाई की गई थी. और तीन दिनों तक गैरकानूनी तरीके से रखा गया था.अनिल सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उ साथ थर्ड का इस्तेमाल किया है.
थाना में नहीं लिया आवेदन
थाना प्रभारी व अन्य दोषी पुलिस के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने अनिल सिंह दो मार्च छिपादोहर थाना गए थे लेकिन उनका आवेदन पुलिस ने नहीं लिया था. जिसके बाद चार मार्च को अनिल ने sc-st थाना में आवेदन दिया और SP से भी शिकायत की.
रिपोर्ट: मनोज दत्त ,लातेहार
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