खूंटी (KHUNTI) :  भाकपा माओवादी के दो लाख के इनामी  चलकद एरिया कमेटी के एरिया कमांडर विमल लोहरा उर्फ बिरसा पाहन उर्फ बिमल पाहन उर्फ कोका पाहन ने शनिवार को पुलिस और  केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. झारखंड में सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत समपर्ण किया गया.

स्कूल उड़ाने सहित ये आरोप

39 वर्षीय एरिया कमांडर विमल लोहरा उर्फ बिरसा पाहन उर्फ बिमल पाहन उर्फ कोका पाहन अड़की थाना क्षेत्र के रायतोडांग गांव का रहने वाला है. आत्मसमर्पित नक्सली के खिलाफ पूर्व में दो लाख का इनाम रखा गया था, जिसे 2020 में हटा लिया गया था. इसके खिलाफ विभिन्न थाना क्षेत्र में 12 मामला दर्ज है. एसपी ने बताया कि वर्ष 2012 से विमल लोहरा भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ा है. इसपर 2017 में बिरबंकी प्रोजेक्ट स्कूल को उड़ाने की सहित नक्सली बंदी के दौरान ट्रक जलाने और ड्राइवर की हत्या करने सहित दर्जनों मामले खूंटी और आसपास के जिलों के थाना में मामला दर्ज है.

यूं नक्सली बना था विमल लोहरा

विमल लोहरा ने बताया कि एक दिन पुलिस गांव आई पुलिस की बाईक खराब हो गयी थी और विमल ने पुलिस वालों की मदद की थी. नक्सलियों को जब यह बात पता चली तो उस पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर मारा-पीटा गया. बकौल विमल, नक्सलियों ने लंबे समय तक उसे अपने साथ रखा. विमल लोहरा को कुंदन पाहन ने एरिया कमांडर का दर्जा दिया. उसने बताया कि  नक्सलियों के मकसद से भटकने के कारण ही उसने संगठन छोड़ा.

रिपोर्ट : मुजफ्फर हुसैन ,खूंटी